भोपाल। मध्यप्रदेश की 'मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना' के तहत 5 वर्ष में प्रदेश के 5.03 लाख बुजुर्गों को तीर्थदर्शन कराया गया है। इसके साथ ही अब इस योजना में 10 नए और तीर्थस्थानों को जोड़ा गया है।
आधिकारिक जानकारी में गुरुवार को यहां बताया गया कि प्रदेश में चल रही तीर्थदर्शन योजना को 5 वर्ष पूरे हो गए हैं। इस योजना के तहत अब तक 5.03 लाख बुजुर्गों ने तीर्थदर्शन किए हैं तथा तीर्थदर्शन के लिए 503 रेलयात्राओं का आयोजन किया गया।
वर्तमान में इस योजना में नए 10 तीर्थस्थानों गंगासागर, कामाख्या देवी, गिरनारजी, पटना साहिब तथा मध्यप्रदेश के उज्जैन, मैहर, श्री रामराजा ओरछा, चित्रकूट, ओंकारेश्वर और महेश्वर को शामिल किया गया है।
पूर्व में तीर्थयात्रियों को बद्रीनाथ, केदारनाथ, जगन्नाथपुरी, द्वारकापुरी, हरिद्वार, अमरनाथ, वैष्णोदेवी, शिर्डी, तिरुपति, अजमेर शरीफ, रामदेवरा, काशी, गया, अमृतसर, रामेश्वरम्, सम्मेद शिखर, श्रवणबेलगोला, तेलांगणी चर्च की यात्रा कराई गई है।
इसके अतिरिक्त इस योजना में यात्रियों को कैलाश मानसरोवर, पाकिस्तान स्थित हिंगलाज देवी मंदिर तथा ननकाना साहिब, श्रीलंका के सीता मंदिर, अशोक वाटिका तथा कंबोडिया के अंकोरवाट मंदिर यात्रा का भी प्रावधान है।
हाल ही में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह घोषणा की है कि 5 वर्ष पूरे करने वाले तीर्थयात्रियों को पुन: तीर्थदर्शन का अवसर मिलेगा। धर्माचार्यों के साथ चर्चा कर उन्हें भी यात्रा में शामिल किया जाएगा। (भाषा)