सोशल मीडिया में नंदी महाराज के दूध और जल पीने की खबरें आ रही हैं। इंदौर और देवास में कई लोगों ने फेसबुक पर इसे लेकर पोस्ट डाली हैं, वहीं कुछ वीडियो भी वायरल हो रहे हैं, जिनमें लोग नंदी महाराज को दूध और जल पिलाते नजर आ रहे हैं।
जैसे ही यह खबर फैली वैसे ही कई दूसरे लोग भी नंदी महाराज को जल पिलाते हुए वीडियो बना रहे हैं और तस्वीरें ले रहे हैं। सोशल मीडिया में ये खबर ट्रेंड कर रही है। इंदौर और देवास के साथ ही मध्यप्रदेश के हरदा से भी इसी तरह की खबरें आ रही हैं।
हालांकि वेबदुनिया नंदी महाराज के दूध या जल पीने की घटना की पुष्टि नहीं करता है, ये खबर सिर्फ एक सूचना के तौर पर ही लिखी गई है। वहीं, कुछ लोग इसे चमत्कार मान रहे हैं, तो कुछ इसके पीछे वैज्ञानिक कारण देख रहे हैं।
क्या है वैज्ञानिक पक्ष?
इस संबंध वेबदुनिया ने डॉ प्रोफेसर राम श्रीवास्तव से विस्तार से चर्चा की और जानना चाहा कि क्या इसके पीछे कोई वैज्ञानिक कारण भी हो सकते हैं।
डॉ श्रीवास्तव ने बताया कि देखिए क्या होता है कि यह किसी भी द्रव्य में मौजूद सरफेस टेंशन की वजह से होता है।
डॉ श्रीवास्तव ने बताया कि कांच के टुकड़े पर दूध रखकर दूसरा कांच का टुकड़ा रखने पर दूध गायब हो जाएगा। उन्होंने बताया कि दरअसल दूध के पार्टिकल्स यानी कण कोलाइडल होते हैं, जिसकी वजह से दूध सफेद दिखता है, एक परत की तरह नजर आता है।
उन्होंने बताया कि ऐसे में जैसे ही चम्मच भरकर दूध या पानी किसी के संपर्क में लाया जाएगा तो वह ट्रांसपरेंट होकर अदृश्य होने लगता है, जब वह अदृश्य होता है तो हम समझते हैं कि कोई दूध पी रहा है। लेकिन वास्तव में यह द्रव्य के सरफेस टेंशन या तनाव के कारण होता है। डॉ श्रीवास्तव ने कहा कि हालांकि आस्था अपनी जगह है और विज्ञान अपनी जगह है।