भोपाल। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने पर आज से प्रदेश में जनकल्याण पर्व की शुरुआत हुई। भोपाल में लाल परेड ग्राउंड से हुआ राज्य स्तरीय कार्यक्रम मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 1 करोड़ 28 लाख लाड़ली बहनों के खातों में 1 हजार 572 करोड़ रूपए की राशि अंतरित की। इस मौके पर अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में सस्वर गीता पाठ का गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड भी बनाया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि यह सुखद संयोग है कि गीता जयंती के अवसर पर प्रदेश में जनकल्याण पर्व और मुख्यमंत्री जनकल्याण अभियान का शुभारंभ हो रहा है। ग्यारह से 26 दिसंबर तक चलने वाले जनकल्याण पर्व में कई विकास कार्यों के भूमि-पूजन और लोकार्पण होंगे। मुख्यमंत्री जनकल्याण अभियान में आज से 26 जनवरी 2025 तक गरीब, युवा, किसान और महिलाओं को समृद्धि के नए अवसर उपलब्ध कराते हुए 34 हितग्राही मूलक योजनाओं, 11 लक्ष्य आधारित योजनाओं और 63 सेवाओं का लाभ उपलब्ध कराना सुनिश्चित करने के उद्देश्य से घर-घर सर्वे किया जाएगा।
मुख्यमंत्री जनकल्याण अभियान से प्रत्येक पात्र व्यक्ति को जनकल्याणकारी योजनाओं से जोड़ा जाएगा। जनकल्याण पर्व के शुभांरभ पर प्रदेश की एक करोड़ 28 लाख लाड़ली बहनों के खातों में 1 हजार 572 करोड़ रूपए की राशि तथा गैस सिलेंडर रिफीलिंग की लगभग 350 करोड़ रूपए की राशि बहनों के खातों में अंतरित की गई। सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में भी 55 लाख हितग्राहियों के खातों में 334.38 करोड़ की राशि भी सिंगल क्लिक से खातों में अंतरित की गई। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जनकल्याण पर्व और अभियान की शुभकामनाओं के साथ राशि अंतरण की बहनों को बधाई दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गीता जयंती के अवसर पर सस्वर गीता पाठ का विश्व रिकार्ड बनाने वाले आचार्यों तथा बटुकों का भी अभिवादन किया।
मुख्यमंत्री ने संतो का पुष्प वर्षा कर किया अभिवादन-मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने राज्य सरकार के एक वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने पर प्रदेशव्यापी जनकल्याण पर्व और मुख्यमंत्री जनकल्याण अभियान का दीप प्रज्ज्वलित कर लाल परेड़ ग्राउंड से शुभारंभ किया। उन्होंने उपस्थित संतों का पुष्प वर्षा कर अभिवादन किया।
गूगल पर सबसे अधिक सर्च किए जाने वाला ग्रंथ है श्रीमद्भगवद् गीता-मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि श्रीमद्भगवद्गीता से जीवन सूत्र और मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए सभी देशों के लोग लालायित हैं। गूगल सर्च ईंजन बताता है कि विश्व में सर्वाधिक जिज्ञासा श्रीमद्भगवद् गीता के संबंध में ही है। विश्व के सभी धार्मिक ग्रंथों में गीता एकमात्र ऐसा ग्रंथ है, जो कर्म पथ, भक्ति मार्ग और शांति का संदेश देती है। सनातन संस्कृति और श्रीमद्भगवद्गीता जीवन की ऊथल-पुथल में शांति का मार्ग प्रशस्त करते हैं। "धर्म की जय हो -अधर्म का नाश हो - प्राणियों में सद्भाव हो और विश्व का कल्याण हो" के वाक्य हमारी संस्कृति के मूल भाव को अभिव्यक्त करते हैं। सनातन संस्कृति में धर्म आधारित जीवन शैली और परस्पर संबंधों की कल्पना है और हम हमारी संस्कृति इसे चरितार्थ करने पर आधारित है। सनातन जीवन संस्कृति में आचार संहिता का पालन जरूरी है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गीता महोत्सव के उपलक्ष में हजारों आचार्यों द्वारा एक साथ गीता के श्लोकों का वाचन करने का "गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स" का प्रमाण-पत्र प्राप्त किया। लगभग 7 हजार से अधिक व्यक्तियों द्वारा सस्वर गीता पाठ किया गया, जिसमें 3 हजार 721 आचार्य तथा बटुक शामिल थे।