मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें फोन किया और उनसे उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में आग लगने की घटना में झुलस गए लोगों के हाल-चाल जाने। अधिकारियों ने बताया कि इस घटना में 14 लोग झुलस गए जिनमें से आठ व्यक्तियों को बेहतर इलाज के लिए इंदौर के श्री अरबिंदो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (सैम्स) में भर्ती कराया गया।
यादव, यहां सैम्स पहुंचे और महाकालेश्वर मंदिर में आग की घटना में झुलस गये लोगों के हाल-चाल जाने। यादव ने संवाददाताओं को बताया,"मैं अस्पताल में झुलसे लोगों के हाल-चाल जान रहा था। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का फोन आया और उन्होंने झुलसे लोगों के हाल-चाल जाने।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी उनकी स्थिति के बारे में फोन पर जानकारी ली है।" उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को सूचित किया गया है कि झुलसे लोगों की हालत नियंत्रण में है।
1-1 लाख रुपए की सहायता : डॉ. यादव ने इस दौरान श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में भस्म आरती के दौरान हुई दुर्घटना में घायलों के बेहतर उपचार की व्यवस्था के निर्देश दिए और साथ ही उन्होंने कहा कि घायलों को एक-एक लाख रुपए की सहायता राशि भी उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि बाबा महाकाल की कृपा से किसी प्रकार की बड़ी हानि नहीं हुई है, लेकिन भविष्य में इस प्रकार की दुर्घटना दोबारा न हो, इसके लिए उचित प्रबंध किए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये लोग 30 से 40 प्रतिशत के बीच झुलसे हैं। चिकित्सक उनका श्रेष्ठ उपचार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि महाकालेश्वर मंदिर में होली पर भस्म आरती के दौरान गुलाल का प्रयोग बरसों से किया जाता रहा है, लेकिन दुर्भाग्य से इस बार गुलाल उड़ाए जाने के दौरान गुलाल गिरने से आरती की थाली पलटी और इससे लगी आग में मंदिर में मौजूद पुजारी और सेवक गण झुलस गए।
उन्होंने कहा कि इस आशंका की जांच की जाएगी कि गुलाल में अभ्रक या कोई रसायन होने से तो आग नहीं भड़की।
यादव ने कहा,"भगवान के आशीर्वाद से बड़ा हादसा टल गया है। लेकिन आग लगने की घटना दुःखद है।"
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा,"पहली नजर में लग रहा है कि इस घटना के पीछे कोई षड्यंत्र नहीं है। जांच में सारी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी और कोई व्यक्ति हादसे का दोषी पाया गया, तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।"
3 दिन में रिपोर्ट पेश करने के निर्देश : उज्जैन कलेक्टर सिंह ने मंदिर में हुई आगजनी की घटना की मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिए हैं। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री मृणाल मीना और अपर कलेक्टर उज्जैन अनुकूल जैन द्वारा संपूर्ण घटना की जांच की जाएगी। कलेक्टर सिंह ने 3 दिन में जांच समिति को रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। एजेंसियां