भोपाल। मध्यप्रदेश में विवादों से घिरी पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा पर भी संकट के बादल मंडराने लगे है। लिखित परीक्षा के रिजल्ट पर उठे विवाद के बाद अब पूरी भर्ती प्रक्रिया को बीच में ही रोका जा सकता है। आरक्षक भर्ती परीक्षा के रिजल्ट को लेकर उठे विवाद के बाद आज PEB (व्यापमं) मुख्यालय से लेकर मंत्रालय तक हाईलेवल बैठकों का दौर चलता रहा। जिसके बाद अब पूरी भर्ती प्रक्रिया के जारी रहने पर संशय मंडरा गया है।
क्यों विवादों में पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा?-मध्यप्रदेश में लंबे इंतजार के बाद 6 हजार पदों के लिए शुरु हुई पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा के लिखित परीक्षा के रिजल्ट को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। 6 हजार पदों के लिए हुई लिखित परीक्षा का रिजल्ट आने के बाद परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों ने रिजल्ट में हेराफेरी करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि ज्यादा नंबर लाने के बाद उनको नॉट क्वालीफाइड बता दिया गया जबकि उसकी कैटेगरी में कम नंबर वालों को क्वालीफाइड बता दिया गया है। कुछ अभ्यर्थियों का आरोप है कि उन्हें पहले क्वालीफाइट और बाद में नॉट क्वालीफाइड बता दिया गया।
गृहमंत्री ने क्या कहा था?- वहीं पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा के रिजल्ट में गड़बड़ी का मामला सरकार तक भी पहुंचा और गृहमंत्री ने इस पूरे मामले में जांच के आदेश दे दिए है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा का रिजल्ट सिर्फ एक बार ही आया है। जो रिजल्ट आया है वह बहुत स्पष्ट है पहले और बाद की बात न करें। अगर किसी ने इस तरह का कूट रचित किया है। यह कूट रचित ही होगा क्योंकि रिजल्ट एक बार जारी हुआ है। इस विषय में बच्चे मुझसे भी बच्चे मिले थे। मैंने उसी समय कर्मचारी चयन बोर्ड के सबसे बड़े अधिकारी से बात की थी और मैप आईटी के सहयोग से जांच के आदेश दे दिए गए है।