भोपाल। मध्यप्रदेश में विवादों से घिरी पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि पुलिस भर्ती परीक्षा का फिजिकल टेस्ट को वर्तमान में भीषण गर्मी को देखते हुए 2 जून तक स्थगित किया गया है। गौरतलब है कि प्रदेश में इन पुलिस भर्ती परीक्षा को लेकर फिजिकल टेस्ट किए जा रहे है जिसमें जबलपुर में फिजिकल टेस्ट के दौरान बालाघाट के रहने वाले इंदरकुमार लिल्हारे 800 मीटर की दौड़ के बाद बेहोश हो गए जिनकी बाद में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इसके पहले सिवनी में भी फिर एक युवक की मौत हो गई थी
पहले से विवादों में है पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा?- मध्यप्रदेश में लंबे इंतजार के बाद 6 हजार पदों के लिए शुरु हुई पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा के लिखित परीक्षा के रिजल्ट को लेकर पहले ही विवाद खड़ा हो चुका है। 6 हजार पदों के लिए हुई लिखित परीक्षा का रिजल्ट आने के बाद परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों ने रिजल्ट में हेराफेरी करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि ज्यादा नंबर लाने के बाद उनको नॉट क्वालीफाइड बता दिया गया जबकि उसकी कैटेगरी में कम नंबर वालों को क्वालीफाइड बता दिया गया है। कुछ अभ्यर्थियों का आरोप है कि उन्हें पहले क्वालीफाइट और बाद में नॉट क्वालीफाइड बता दिया गया।
इसके विरोध में भोपाल में पीईबी (व्यापम) दफ्तर के बाहर परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों ने विरोध प्रदर्शन भी किया था। गड़ब़ड़ी के आरोपों के बाद पूरे मामले की जांच मैपआईटी ने की थी और खुद गृहमंत्री ने परीक्षा को क्लीन चिट दी थी। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा था कि पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर सिर्फ विकास मीणा की तरफ से शिकायत आई थी जिसमें उन्होंने पहले क्वालिफाइड और बाद में डिसक्वालिफाइड होने की शिकायत की थी। शिकायतकर्ता विकास मीणा की शिकायत के बाद जांच में पाया गया कि वह पहले सही डिसक्वालिफाइड ही थे और पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा का परिणाम एक ही बार ही घोषित हुआ है।
इसके साथ ही गृहमंत्री ने कहा कि पूरी पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा इंदौर हाईकोर्ट के 2017 के एक निर्णय के अनुसार ही की गई है। परीक्षा में भूतपूर्व सैनिकों का आरक्षण यथावत है और परीक्षा परिणाम कट ऑफ मार्क्स के आधार पर जारी किया गया है।