नई दिल्ली। वायु सेना के एक सार्जेंट को रक्षा प्रतिष्ठानों से जुड़ी संवेदनशील जानकारी अपने आकाओं को देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। कहा जा रहा है कि वायु सेना के इस सार्जेंट को सोशल मीडिया पर हनीट्रैप में फंसाया गया था। इसके बाद से यह अपने आकाओं के साथ संवेदनशील जानकारी साझा कर रहा था।
गिरफ्तार किए गए सार्जेंट से सैन्य खुफिया विभाग तथा दिल्ली पुलिस के अधिकारी संयुक्त रूप से पूछताछ कर रहे हैं। पूछताछ में उसने बताया है कि उससे रडार की गतिविधियों और वायु सेना के अधिकारियों की तैनाती के बारे में जानकारी हासिल की जा रही थी।
सार्जेंट को संवेदनशील जानकारी साझा करने के एवज में उसकी पत्नी के खाते में पैसा दिया जा रहा था। उस पर रक्षा प्रतिष्ठानों और वायुसेना कर्मियों से संबंधित जानकारी कंप्यूटर और अन्य फाइलों से हासिल कर अपने आकाओं के साथ साझा करने का आरोप है।
सूत्रों ने संदेह व्यक्त किया है कि वह पिछले छह महीने से इस तरह की जानकारी साझा कर रहा था और उसके खिलाफ आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। सूत्रों ने यह भी कहा है कि यह सार्जेंट एक ऐसे व्यक्ति के साथ जानकारी साझा कर रहा था जो भारतीय सिम कार्ड का इस्तेमाल कर रहा था और अब उसने इस सिम कार्ड को बंद कर दिया है।
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने 6 मई को 'शत्रु देश की एजेंट' को व्हाट्सऐप के जरिए संवदेनशील सूचना कथित तौर पर लीक करने के लिए सार्जेंट को गिरफ्तार किया था। सार्जेंट ने कम्प्यूटर और अन्य फाइल से सूचना तथा दस्तावेज धोखे से हासिल किए थे।
गौरतलब है कि पिछले साल जुलाई में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलीजेंस (आईएसआई) को गोपनीय दस्तावेज देने के आरोप में सेना के एक जवान समेत दो लोगों को गोपनीय सूचना अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया था।
इससे पहले पोखरण सैन्य अड्डे पर सब्जियों की आपूर्ति करने वाले 34 वर्षीय व्यक्ति को पैसे के लिए सेना के एक कर्मी से संवेनशील दस्तावेज लेने और उन्हें आईएसआई को देने के आरोप में पकड़ा गया था।