इंदौर। ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ के आरोप में गुरुवार को राजपूत समाज के लोगों ने एक दिसंबर को देशभर में रिलीज होने जा रही फिल्म पद्मावती का विरोध किया और फिल्म के निर्माता निर्देशक संजय लीला भंसाली का पुतला जलाया। उल्लेखनीय है कि निर्माण के दौरान भी फिल्म का इसी मुद्दे को लेकर काफी विरोध हुआ था।
भंसाली पर आरोप है कि उन्होंने रानी पद्मावती के गौरवपूर्ण इतिहास से छेड़छाड़ की है। इंदौर में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने भंसाली का पुतला जलाकर अपना विरोध जताया। यहां बापट चौराहा पर क्षत्रिय महासभा के मोहन सेंगर के नेतृत्व में फ़िल्म के निर्माता निर्देशक भंसाली के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
महासभा ने सेंसर बोर्ड से भी मांग की है कि फ़िल्म को सही तरीके से देखकर इतिहास के साथ छेड़छाड़ करने वाले दृश्यों को हटाए। इतना ही नहीं क्षत्रिय महासभा ने इंदौर के सभी सिनेमाघरों को पत्र भेजकर फ़िल्म का प्रदर्शन रोकने की मांग की है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि फ़िल्म में किसी भी तरह से छेड़छाड़ की गई तो भंसाली को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।