इंदौर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कैंसर पीड़ित 41 वर्षीय कार्यकर्ता की मौत के बाद उसके उग्र परिजन ने शुक्रवार रात यहां एक निजी अस्पताल में तोड़-फोड़ की। आरोप है कि इलाज में गंभीर लापरवाही से संघ कार्यकर्ता की जान गई।
तुकोगंज पुलिस थाने के प्रभारी दिलीप सिंह चौधरी ने बताया कि कैंसर से पीड़ित संघ कार्यकर्ता हिम्मतसिंह राठौर (41) को तीन दिन पहले गोकुलदास हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था और उनकी सर्जरी की गई थी। इलाज के दौरान शुक्रवार दोपहर में उनकी मौत हो गई।
चौधरी ने बताया कि राठौर के परिजनों ने इलाज में गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए रात को अस्पताल में कांच के दरवाजों और अन्य सामान को नुकसान पहुंचाया।
उन्होंने बताया कि इस तोड़फोड़ को लेकर अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को शिकायत पत्र के साथ सीसीटीवी फुटेज सौंपा है। पुलिस इसकी जांच कर रही है।
थाना प्रभारी ने बताया, 'हम सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अस्पताल में तोड़.फोड़ करने वाले लोगों की पहचान की कोशिश कर रहे हैं। मामले में जल्द उचित कदम उठाया जाएगा।' इस बीच, संघ के स्थानीय प्रवक्ता सागर चौकसे ने कहा कि सर्जरी के बाद राठौर की हालत बिगड़ने के बावजूद दो घंटे तक अस्पताल का कोई भी डॉक्टर उनके इलाज के लिए नहीं पहुंचा और इस घोर लापरवाही के कारण उन्होंने दम तोड़ दिया। उन्होंने मांग की कि पुलिस को संघ कार्यकर्ता के इलाज में लापरवाही बरतने वाले सभी संबंधित चिकित्सा कर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज करना चाहिए।
चौकसे से इस बात को खारिज किया कि अस्पताल में तोड़.फोड़ की घटना में संघ कार्यकर्ताओं की कोई भूमिका है। उन्होंने कहा, 'संघ कार्यकर्ताओं ने तो मौके पर जाकर हालात को संभाला और राठौर के उग्र परिजन को शांत किया।' (भाषा)