भोपाल। भोपाल में भीषण आग में खाक हुए सतपुड़ा भवन में शॉर्ट सर्किट से आग लगी थी आग लगने के कारणों की जांच के लिए बनाई गई जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। जांच समिति ने सतपुड़ा भवन में तीन जगहों का निरीक्षण करने के साथ 32 अधिकारियों और कर्मचारियों के बयान के आधार पर 287 पन्नों की जांच रिपोर्ट तैयारी की है। जांच समिति ने राज्य स्तरीय फ़ोरेंसिक साइंस लैब सागर की जाँच रिपोर्ट और चीफ़ इलेक्ट्रिसिटी इंस्पेक्टर और उनकी जांच दल की रिपोर्ट के आधार पर 24 करोड़ के नुकसान का आकलन किया है।
सतपुड़ा भवन की आग के जांच के लिए गठित उच्चस्तरीय समिति ने 2 उपसमितियों के प्रतिवेदन को शामिल करते हुए कुल 287 पन्नों का जाँच प्रतिवेदन राज्य शासन को सौंप दी है। जांच समिति ने अपने प्रतिवेदन में बताया है कि सतपुड़ा भवन में आग तीसरी मंजिल पर स्थित आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आय़ुक्त के कमरे से शाम 4.00 बजे लगी थी। इसके बाद आग ने चौथी और पांचवी मंजिल को अपने चपेट में लिया था।
जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट में शॉर्ट सर्किट से आग लगने का कारण बताते हुए कहा कि टीडीपी के सहायक आयुक्त वीरेंद्र कुमार के कमरे में एसी के टॉप-बॉटम पवार प्लग के लूग कनेक्शन से चिंगारी निकली और उसने कमरे रखे सोफे को अपनी चपेट में ले लिया। जांच रिपोर्ट में चीफ़ इलेक्ट्रिसिटी इंस्पेक्टर की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया है कि रिमोट से संचालित एसी के प्लग में तार, वायरिंग के लूज रहने के कारण शॉर्ट सर्किट की संभावना रहती है। जांच में आदिम जाति कल्याण विभाग के कमरे के एसी का अधजला बोर्ड और वायर जली अवस्था में और बिजली की लाइन में शॉर्ट सर्किट से इंटरनल हाई टेंपरेंचर के सबूत मिले है। जांच रिपोर्ट में आग के लिए किसी अन्य व्यक्ति की भूमिका को संदिग्ध नहीं माना है।