ज्योतिषपीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने इशारों ही इशारों में भारत से मुसलमानों को बाहर करने की मांग की है। जबलपुर में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि जिस उद्देश्य से भारत का बंटवारा हुआ, वो आज भी अधूरा हैं। बंटवारा धर्म के आधार पर तो मुस्लिम इधर क्यों है?
अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि हमें मुस्लिम के साथ रहने में किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन फिर बंटवारा कैंसिल होना चाहिए और अगर बंटवारे के बाद भी मुस्लिम यहां रहा है, तो फिर अखंड भारत होना चाहिए। अगर मुसलमान यहां भारत में रहना चाहते हैं, तो पाकिस्तान नाम की दीवार गिरना चाहिए।
अविमुक्तेश्वरानंद ने कश्मीर में कश्मीरी पंडितों की हत्या को लेकर कहा कि कश्मीरी पंडित को बसाना तो छोड़ हिंदू भी सुरक्षित नहीं है। अब तो वहां भी खालिस्तानी जैसा माहौल हो गया है। वो लोग पूछते है हिंदू हो और हत्या कर देते है।
देश में समान नागरिक संहिता को लेकर चल रही चर्चा पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि सामान नागरिक संहिता सुनने बड़ा लुभावना लगता है, उदहारण के तौर पर हाथी को छाट दो या फिर चूहे में हवा भर दो। जब तक इसका ड्रॉफ्ट तैयार नहीं होता, जब तक कुछ नहीं कहा जा सकता है। पिछले 70 साल की सरकारों में इसे लेकर वो स जज्बा नहीं देखा गया।
वहीं अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने बॉलीवुड में हिंदू धर्म को टारगेट करने वाली फिल्मों को लेकर कहा कि हम लोग ऐसी फिल्में देख उनकी आय मजूबत कर रहे है। हमें उनकी ऐसी फिल्मों का खुल कर विरोध करना चाहिए। अब सेंसर बोर्ड की तर्ज पर धार्मिक समिति भी फिल्मों का अध्ययन करेगी और कुछ भी हिंदू धर्म को निशाना साधने जैसे तथ्यों पर नोटिस भेजा जाएगा। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि जल्द समिति गठित होकर काम शुरू किया जाएगा।