भोपाल। मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार में क्या सब कुछ ठीक ठाक चल रहा है यह सवाल अब हर दिन के साथ बड़ा होता जा रहा है। प्रदेश में सियासी मुलाकातों के केंद्र में रहने वाले गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के अब सीधे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से जुड़े विभाग के बजट पर आपत्ति जताने से सियासत और गर्मा गई है। सोमवार को कैबिनेट की बैठक में एनवीडीए के 10 हजार करोड़ के टेंडर से जुड़े प्रस्ताव पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सीधे आपत्ति दर्ज करा दी। गौरतलब है कि नर्मदा घाटी विकास प्रधिकरण विभाग मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पास है।
उधर कैबिनेट के अंदर की बातें मीडिया में सुर्खियां बटोरने के बाद आज गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कैबिनेट की बैठक में उनके द्धारा दिए गए सुझाव को नाराजगी माना गया। गृहमंत्री ने कहा कि नाराजगी का कोई प्रश्न ही नहीं है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पूरी कोशिश करते हैं कि प्रजातांत्रिक तरीके से कैबिनेट की बैठक चले और वह खुद प्रोत्साहित करते है और सब उनके साथ है।
गृहमंत्री ने कहा कि मीडिया में कैबिनेट की बैठक में नाराजगी को लेकर मेरे बारे में जो भी ख़बरें चल रही है वह निराधार है और कहीं भी कोई नाराजग़ी नहीं है। पूरी भाजपा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और वीडी शर्मा जी के नेतृत्व में एक है।
गौरतलब है कि सोमवार को कैबिनेट की बैठक में हुए कथित विवाद के बाद गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा मंत्रालय में कैबिनेट की बैठक से निकलकर सीधे अपने निवास निकल गए थे। जबकि कैबिनेट की बैठक के बाद सरकार के प्रवक्ता होने के नाते वह प्रेस ब्रीफिंग करते है। इसके बाद देर शाम गृहमंत्री प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचकर संगठन मंत्री सुहास भगत से मुलाकात की।
आपको बता दें कि गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा लगातार सुर्खियों में बने हुए है,पिछले सप्ताह उनके बंगले पर पार्टी के बड़े नेताओं की मुलाकात के सिलसिले ने खूब सुर्खियां बटोरी थी। इसके बाद जब प्रदेश में सरकार के चेहरा बदलने की अटकलें तेज हुई तो खुद गृहमंत्री ने उन अटकलों को खारिज करते हुए कहा था कि शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री थे,हैं और रहेंगे।