इंदौर की घटना के बाद नशे और ड्रग माफिया के खिलाफ एक्शन में शिवराज
सीएम हाउस में बुलाई अफसरों की आपात बैठक
भोपाल। इंदौर में हाईप्रोफाइल ड्रग रैकेट का खुलासा होने के बाद अब प्रदेश में फैले ड्रग माफिया को खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक्शन में आ गए है। मुख्यमंत्री ड्रग माफियाओं को खत्म करने के लिए आज एक आपात बैठक करने जा रहे है। मुख्यमंत्री निवास पर सुबह 10.30 बजे होने वाली इस आपाता बैठक में सीएस,डीजीपी, एसीएस होम,एडीजी इंटेलिजेंस शामिल होंगे। इसके साथ ही 8 संभागो के आयुक्त,आईजी और 15 जिलों के कलेक्टर,एसपी को भी वीसी के माध्यम से बैठक में जुड़ने के निर्देश दिए गए है।
ड्रग नशे के विरुद्ध मुहिम को लेकर होने वाली इस बैठक में भोपाल,इंदौर,उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर,सागर रीवा, होशंगाबाद, छिंदवाड़ा,नीमच,दतिया,मंदसौर,नरसिंहपुर,रतलाम और सतना जिलों के कलेक्टर तथा पुलिस अधीक्षक वीसी के माध्यम से जुड़ेंगे। इसके साथ ही भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर, सागर, रीवा और होशंगाबाद संभाग के संभागीय आयुक्त तथा पुलिस महानिरीक्षक भी बैठक में शामिल होंगे। बैठक में स्पेशल टीम गठित करने, युवा वर्ग में नशे की प्रवृत्ति रोकने के लिए अभियान चलाने जैसे निर्देश भी दिए जा सकते है।
डीजीपी को दिए निर्देश- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में युवा वर्ग को नशे की दुनिया में ले जाने वाले अपराधियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी को कहा कि प्रदेश में कुछ स्थानों पर विभिन्न तरह के नशीले पदार्थों की आपूर्ति का कार्य चल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के अपराधों से जुड़े व्यक्तियों को किसी भी स्थिति में बख्शा न जाये। स्कूल और कॉलेज के बच्चों को नशे की आदत डालकर उनके जीवन के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए। नशे औऱ ड्रग माफिया के खिलाफ कड़ी कार्यवाई के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिए है।