इंदौर। इंदौर पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने आयकर अधिकारियों की एक ऐसी फर्जी टीम को गिरफ्तार किया है जो हिन्दी फिल्म 'स्पेशल-26' की तर्ज पर ठगी कर रही थी। इन लोगों ने कई जगह छापे मारकर रुपए भी वसूल किए थे। पुलिस ने इस मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया है।
नकली आयकर अधिकारियों ने शहर के सिलीकॉन सिटी में ऑफिस खोलकर 80 लड़कों को आयकर विभाग में नौकरी दिलाने का लालच दिया था। इनसे लाखों रुपए की ठगी की गई। पुलिस जांच में पता चला है कि दो दर्जन से अधिक व्यापारियों की प्रोफाइल बनाकर यह टीम छापा मारने की तैयारी भी कर रही थी।
इस तरह आया ठगी का विचार : पुलिस के अनुसार, गिराह का सरगना देवेंद्र 12वीं तक पढ़ा है। उसने आयकर विभाग द्वारा जारी एक विज्ञप्ति पढ़ी थी, इसमें लिखा था कि बेनामी और आय से अधिक संपत्ति की जानकारी देने पर 10 प्रतिशत कमिशन दिया जाए। इस विज्ञापन को देख ठगी का विचार आया और सीबीडीटी अटैचमेंट सेक्सन 6 देखकर अधिकारी बन गया।
इन पदों पर की भर्ती : जानकारी के अनुसार आयकर विभाग में खबरी, सीनियर फील्ड आफिसर, सर्वेयर, भृत्य, वरिष्ठ जांच अधिकारी, जांच अधिकारी आदि पदों की भर्ती के नाम पर ठगी की गई। सिलिकान सिटी में एक वर्ष तक आयकर विभाग के नाम से कार्यालय चलाया।
पुलिस ने इन लोगों को पकड़ा : पुलिस ने इस मामले में देवेन्द्र पिता माधवलाल डाबर जाति भील कुक्षी, सुनील मण्डलोई पिता नानसिह मण्डलोई आजाद कालोनी कुक्षी, रवि पिता महेश सोलंकी इंदौर, दुर्गेश पिता हरीसिंह गेहलोत इंदौर व सतीश पिता चम्पालाल गावड 325 इंदौर को गिरफ्तार किया है।