खंडवा। मध्यप्रदेश के खंडवा में प्राथमिक सरकारी स्कूल के बच्चों से टायलेट साफ कराई गई। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। कई लोगों ने स्कूल द्वारा की गई इस पहल का स्वागत किया तो कुछ लोग इससे बेहद नाराज नजर आए।
इस मामले में खंडवा कलेक्टर तनवी सुंदरिया ने भी स्कूल का समर्थन करते हुए कहा कि यदि स्कूल में बच्चों को स्वच्छता की प्रैक्टिकल शिक्षा दी जा रही है तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है।
क्षितिज ने ट्वीट कर कहा कि छात्रों के लिए स्वच्छता और हाईजिन को जानना अच्छा है और यदि वे अपनी शिक्षा के साथ-साथ इसके लिए व्यावहारिक दृष्टिकोण भी प्राप्त करते हैं तो कुछ भी गलत नहीं है। लेकिन हमें इस दृष्टिकोण की नियमित रूप से निगरानी करनी होगी। ऐसा करने के लिए किसी पर फोर्स नहीं किया जाना चाहिए और इसमें बच्चों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखना चाहिए।
अवनीश तिवारी ने भी कहा कि इसमें कोई गलत बात नहीं है। यदि ऐसा किसी जाति विशेष के लड़के के साथ हो रहा है तो बुरा है। बच्चों को कम से कम स्वच्छता का पाठ आना चाहिए और उसकी शुरुआत यहां से हो सकती है।
सुलतान मिर्जा ने कहा कि जब गांधीजी दक्षिण अफ्रीका में रहते थे तो वो अपना टायलेट खुद साफ करते थे। मुझे ऐसा करने में कोई समस्या नहीं है। हालांकि एक अन्य ट्वीट में कहा गया कि Toilet साफ करने की ट्रेनिंग के बाद ढोर चराने और बैंड बाजा बजाने की भी ट्रेनिंग दी जाएगी।