भोपाल। चीन से चली बीमारी कोरोना वायरस ने लगता है कि मप्र में भी अपने पैर पसार लिए हैं। खबर मिली है कि मप्र के उज्जैन में एक मेडिकल छात्र में कोरोना वायरस के संदिग्ध लक्षण पाए गए हैं। उसके खून के सैंपल लेकर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) पुणे भेजे गए हैं और 1-2 दिन के भीतर रिपोर्ट आने की उम्मीद है।
कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित चीन के वुहान शहर में उक्त छात्र मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के अनुसार चीन से यह छात्र 17 जनवरी को उज्जैन आया था। उसे सर्दी, जुकाम व बुखार की तकलीफ हुई थी। घर में कुछ दिन रहने के बाद अब उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। उसका ब्लड सैंपल लेकर एनआईवी जांच के लिए पुणे भेजा गया है। यह संभवत: प्रदेश का पहला संदिग्ध मरीज है।
चीन में 25 जनवरी तक 1,287 मरीज मिले थे। इनमें लगभग 80 की मौत हो गई है। चीन के अलावा वियतनाम, थाइलैंड, नेपाल समेत, हांगकांग, जापान आदि देशों में 28 केस मिले हैं।
नेपाल में मरीज मिलने के बाद भारत में भी सतर्कता बढ़ गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अफसरों ने इस बीमारी को रोकने के लिए सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मध्यप्रदेश समेत सभी राज्यों के स्वास्थ्य विभाग के अफसरों से बात की है तथा अधिकारियों ने नेपाल की सीमा से लगे राज्यों को विशेष तौर पर सावधानी बरतने को कहा है।
प्रदेश में सभी जिलों के सीएमएचओ और सिविल सर्जनों को संदिग्ध कोरोना मरीज को अस्पताल में अलग से रखने की व्यवस्था, सैंपल लेने के तरीके और चीन यात्रा के संबंध में दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।