इंदौर। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में थाईलैंड की 1968 में स्थापित पहली प्राइवेट यूनिवर्सिटी DPU की भारतीय प्रतिनिधि श्रीमती प्रतिभा राठौड़ उच्च शिक्षा के क्षेत्र में मध्यप्रदेश शासन के साथ एमओयू हस्ताक्षर करना चाहती हैं। राठौड़ का प्रस्ताव उच्च शिक्षा विभाग को भेजा गया था जिस पर शासन समीक्षा कर रही है तथा निजी विश्वविद्यालय नियामक आयोग भी विचार कर रहा है।
राठौड़ ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के पहले दिन पत्रकारों को बताया कि भारत के मध्यम वर्ग के छात्र विदेशों में उच्च शिक्षा से वंचित हो जाते हैं। इस समस्या को दूर करने के लिए कॉलेजों में अध्ययनरत छात्र स्नातक प्रथम एवं द्वितीय वर्ष पूरा करने के बाद तृतीय वर्ष थाईलैंड से एवं चतुर्थ वर्ष इंग्लैंड से पूरा करने के बाद उन्हें इंग्लैंड की उपाधि प्राप्त होगी जिसके आधार पर उन्हें इंग्लैंड में वर्क परमिट मिलेगा।
तृतीय वर्ष थाईलैंड में रहने के दौरान उन्हें इंटरनेशनल इंडस्ट्रियल एक्स्पोजर एवं इंटरनेशनल इंटर्नशिप की सुविधा प्राप्त होगी। इसके लिए हमारे द्वारा मध्यप्रदेश के 15 निजी विश्वविद्यालयों को प्रस्ताव भेजे गए हैं। एक प्रस्ताव प्रमुख सचिव, उच्च शिक्षा मध्यप्रदेश शासन को भी भेजा गया है ताकि शासकीय कॉलेजों में पढ़ रहे छात्र भी इस योजना का लाभ उठाएं। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की रिसर्च विंग के डॉ. विजय साल्विया एवं विश्वविद्यालय के एकेडमिक सलाहकार नीरज राठौड़ भी उपस्थित रहेंगे।
Edited by: Ravindra Gupta