भोपाल। राजधानी में प्री करवा चौथ सेलिब्रेशन के एक आयोजन पर सियासी बवाल मच गया है। सियासी बवाल का कारण प्री करवा चौथ सेलिब्रेशन में क्षेत्रीय मुस्लिम विधायक आरिफ मसूद को बतौर मेहमान बुलाने पर मचा है। विधायक आरिफ मसूद के कार्यक्रम में पहुंचने और कार्यक्रम के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर विवाद खड़ा हो गया है। आज हिंदू संगठनों और करणी सेना के सदस्यों ने कार्यक्रम की आयोजक अंशू गुप्ता के खिलाफ एफआईआर की मांग को लेकर थाने का घेराव किया।
राजपूत करणी सेना ने कार्यक्रम का विरोध करते हुए कहा कि जिस राजपूत पहनावे में आरिफ मसूद ने प्री करवा चौथ सेलिब्रेट किया उसे रानी पद्मावती की छवि धूमिल हुई है। साथ ही उन्होंने आरिफ मसूद को हिंदू विरोध नेता बताया है।
वहीं इस पूरे मामले पर सियासत शुरु हो गई है। देवास से भाजपा सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी ने ट्वीट पर फोटो शेयर करते हुए लिखा व्यक्ति भोपाल से विधायक है। जिसे कारवा चौथ के मेहंदी कार्यक्रम में किसी बेशर्म व्यक्ति ने बुलाया। इस प्रकार की नादानी लव जिहाद को बढ़ाती है और हमारी संस्कृति पर भी प्रहार करती है। समय रहते जागने की आवश्यकता है।एक हिंदू संगठन ने विधायक आरिफ मसूद और आयोजकों के खिलाफ एफआईआर की मांग भी की है।
भाजपा की प्रवक्ता नेहा बग्गा ने कहा कि संस्कृति परंपरा एवं अखंड सौभाग्य के पर्व करवाचौथ में आरिफ मसूद को बुलाना दुर्भाग्यपूर्ण है। रानी पद्मावती सहित हज़ारों वीरांगनाओं ने जौहर कुंड में क्या इस दिन के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी। भाजपा प्रवक्ता ने कांग्रेस विधायक को हिंदुओं का विरोध बताते हुए कहा कि उन्होंने सार्वजिक तौर पर हनुमान चालीसा का विरोध किया था। इसके साथ नेहा बग्गा ने सोशल मीडिया पर लिखा कि हिन्दूओं अभी भी वक्त हैं जाग जाओ नहीं तो तुम्हारा/हमारा धर्म, संस्कार, सभ्यता ये सब खा जाएंगे। इस पहनावे में प्री करवा चौथ करके ऐसे हिन्दू विरोधी मुस्लिम विधायक को आमंत्रित करके हजारों नारियों का अपमान बिलकुल बर्दाश्त नहीं..!!
वहीं कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि वे दिलों में नफरत का बीज बो रहे हैं, हम प्यार का पैगाम फैला रहे हैं। नफरत की हमेशा हार होती है। हम अपने बहनों के बीच गए थे। रक्षा बंधन पर ये बहनें मुझे राखी भी बांधती हैं। दो समुदायों के बीच सद्भाव भाजपाइयों से देखा नहीं जाता। हमारे नेता राहुल गांधी नफरत को जड़ से खत्म करने के लिए "भारत जोड़ो यात्रा" पर निकले हैं। इन विभाजनकारी ताकतों के मंसूबे कभी पूरे नहीं होंगे।'
वहीं कार्यक्रम की आयोजक अंशु गुप्ता ने सफाई देते हुए कहा कि हम 12 सालों से समाजिक सौहार्द के सांस्कृतिक कार्यक्रम और महिला उत्थान के कार्यक्रम कर रहे। तीज त्योहारों को हम एक दो दिन पहले ही मना लेते हैं ताकि महिलाएं मिलकर अपने त्योहारों को उत्साह उमंग के मेलजोल के साथ मनाएं।
उन्होंने बताया कि हाल ही में हमने फ्री करवा चौथ सेलिब्रेशन आयोजित किया था। जिसमें रॉयल राजपूताना ड्रेस कोड रखा था। और सभी सुहागन महिलाओ को आमंत्रित किया था। सामाजिक सौहार्द और सामाजिक वैमनस्यता को दूर करते हुए हमने स्थानीय जनप्रतिनिधि आरिफ मसूद को बुलाया था।