इंदौर। मध्यप्रदेश की पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर अपने बयानों से हमेशा सुर्खियों में रहती हैं। इस बार उषा ठाकुर ने कहा कि टंट्या भील के ताबीज लोग हर तरह की बीमारियों से ठीक रहते हैं। मध्यप्रदेश सरकार 4 दिसंबर को क्रांतिकारी नायक टंट्या भील की पुण्यतिथि के पहले श्रद्धांजलि देने के लिए सप्ताह भर कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है। प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए इस बड़े आयोजन पर सवाल भी उठ रहे हैं।
टंट्या भील को टंट्या मामा के नाम से भी जाना जाता है। मध्यप्रदेश सरकार टंट्या भील के बलिदान दिवस पर पातालपानी पर बड़े आयोजन की तैयारी कर रही है। कोरोनाकाल में हो रहे आयोजन को लेकर उषा ठाकुर से पत्रकारों ने प्रश्न पूछा था। प्रतिबंधों के बीच आयोजन को लेकर उषा ठाकुर से पत्रकारों ने सवाल किया था। इस बीच खबरें हैं कि पातालपानी में होने वाले आयोजन में मुख्यंमत्री का दौरा रद्द हो सकता है।
इसी के जबाव में पर्यटन और संस्कृति मंत्री ने उत्तर दिया कि कहीं किसी प्रकार की व्यवधान नहीं आएगा। ठाकुर ने कहा कि टंट्या भील के ताबीज से लोग स्वास्थ्य लाभ हासिल करते हैं। उन्होंने कहा कि मेरी दृढ़ और आस्था और विश्वास है कि वहां कुछ व्यवधान नहीं होगा।
कांग्रेस ने कहा हटा देना चाहिए तमाम प्रतिबंध : उषा ठाकुर के इस बयान के बाद कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर निशाना साधा है। प्रदेश प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने कहा कि मध्यप्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर के इस बयान के बाद शिवराज सरकार को कोरोना के तमाम प्रतिबंध व गाइडलाइन को हटा लेना चाहिए, वैक्सिनेशन की अनिवार्यता ख़त्म कर देना चाहिए।
कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने अपने ट्वीट में कहा कि मुख्यमंत्री शिवराजजी, कोरोना की तीसरी लहर को लेकर नाहक परेशान मत होइए। आप अनावश्यक आपदा में अवसर खोजते रहते हैं। आपकी अधीनस्थ मंत्री बहन उषा ठाकुरजी के अनुसार कोई भी प्रतिबंध नहीं है! सब यूं ही ठीक हो जाएगा? इसे कहते हैं इसे कहते हैं- 'घर मे छोरा-गांव में ढिंढोरा!'
CM शिवराज को बताया था टंट्या का पुर्नजन्म : इससे पहले एक कार्यक्रम में कृषि मंत्री कमल पटेल मुख्यमंत्री शिवराज को टंट्या मामा का अवतार बताया था। एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था कि उन्होंने कहाकि टंट्या मामा लड़कियों का विवाह करवाते थे, हमारे मामा (मध्य प्रदेश में सीएम शिवराज मामा के नाम से भी जाने जाते हैं) भी ऐसा ही करते हैं।
टंट्या मामा अमीरों को लूटते थे और दौलत को गरीबों में बांट देते थे। हमारे मुख्यमंत्री लूट नहीं करते हैं, लेकिन वह अमीरों से कर लेते हैं और गरीबों के लिए खर्च करते हैं। इसके बाद मंत्री ने कहाकि इन दोनों में एक समानता है। एक तरह से हम कह सकते हैं कि टंट्या मामा ने हमारे मुख्यमंत्री शिवराज के रुप में पुनर्जन्म लिया है।