भोपाल। बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र से प्रदेश के मौसम के मिजाज में बदलाव आया है और इसके प्रभाव से अगले चौबीस घंटे के दौरान दक्षिण मध्यप्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की और कुछ स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है। आज इस सिस्टम के प्रभाव से पश्चिमी मध्यप्रदेश में आने वाले उज्जैन में मध्यम वर्षा दर्ज की गई। यहां 51 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
इसके अलावा सतना, भोपाल के कुछ हिस्से, गुना, दमोह और सागर जिले में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई है। प्रदेश के अनेक स्थानों पर हल्के बादल छाए हुए रहे। प्रदेश के अनेक स्थानों पर वर्षा हुई है, जिसके चलते गर्मी और उमस से परेशान लोगों ने राहत महसूस की।
मौसम विज्ञान केन्द्र भोपाल ने अनुमान जताया है कि अगले चौबीस घंटे के दौरान राज्य के इंदौर, धार, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बैतूल, हरदा जिले में गरज-चमक के साथ भारी बारिश हो सकती है। वहीं होशंगाबाद एवं इंदौर संभागों के जिलों तथा रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर और आगर मालवा में अनेक स्थानों पर हल्की बारिश के आसार है।
इसके अलावा रीवा, सागर, शहडोल, भोपाल एवं जबलपुर संभागों के जिलों में भी कहीं-कहीं बारिश हो सकती है।
मौसम वैज्ञानिक एके शुक्ला ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में कल बना कम दबाव का क्षेत्र यह अब अति कम दबाव क्षेत्र में बदल गया है।
इसके प्रभाव से दक्षिणी मध्यप्रदेश में आने वाले कुछ स्थानों पर हल्की और कुछ स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है। इस सिस्टम का असर प्रदेश में कम से कम दो से तीन दिनों तक रहने का अनुमान है। इसके प्रभाव से तीन दिनों तक वर्षा का सिलसिला बना रहेगा।
राज्य में बीते चौबीस घंटों के दौरान इंदौर संभाग के जिलों में अनेक स्थानों पर, जबलपुर, शहडोल, उज्जैन, भोपाल, सागर एवं रीवा संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा दर्ज की गई। राजधानी भोपाल तथा उसके आसपास के क्षेत्र में सुबह से बादल छाए रहे। हालांकि तेज हवाओं के साथ हुई कल बारिश से आज गर्मी और उमस से राहत मिली है। यहां कल शहर के आसपास हल्की बारिश होने की संभावना है। (वार्ता)