भाजपा के दिग्गज नेता और केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंहं चौहान का आज 65वां जन्मदिन है। मध्यप्रदेश के 18 साल मुख्यमंत्री रहने के साथ भाजपा के सबसे अधिक समय तक मुख्यमंत्री का रिकॉर्ड बनाने वाले और सूबे की सियासत में पांव-पांव वाले भैय्या से लेकर मामा की छवि गढ़ने वाले शिवराज सिंह चौहान अब केंद्र में मोदी सरकार में कृषि और ग्रामीण विकास जैसे अहम विभाग संभाल रहे है। आज उनके जन्मदिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर बधाई देते हुए लिखा “भाजपा के कर्मठ नेता और सरकार में मेरे सहयोगी शिवराज सिंह चौहान जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। देश की कृषि और किसान भाई-बहनों के कल्याण के साथ-साथ गांवों के विकास में वे अहम भूमिका निभा रहे हैं”।
शिवराज सिंह चौहान जहां केंद्रीय कृषि मंत्री के तौर पर मोदी कैबिनेट में अहम भूमिका निभा रहे है वहीं वह इन दिनों वन नेशन-वन इलेक्शन को लेकर जनजागरूकता अभियान की कमान संभालते हुए नजर आ रहे है। शिवराज सिंह चौहान मध्यप्रदेश के साथ देश के अलग-अगल राज्यों में वन नेशन-वन इलेक्शन को लेकर कार्यक्रम कर रहे है। गौरतलब है कि वन नेशन-वन इलेक्शन को अमलीजामा पहनाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपने तीसरे कार्यकाल में सबसे प्रमुख एजेंडा है।
विदिशा लोकसभा सीट से आठ लाख से अधिक वोटों से रिकॉर्ड जीत हासिल करने के साथ भाजपा के सबसे अधिक लंबे समय तक मुख्यमंत्री होने का रिकॉर्ड बनाने वाले शिवराज सिंह चौहान शिवराज सिंह चौहान की छवि एक ऐसे राजनेता के तौर पर है, जिसने जमीन से लेकर सियासत के शिखर तक का सफर तय किया है। मध्यप्रदेश की राजनीति में पांव-पांव वाले भैय्या के नाम से पहचाने जाने वाले शिवराज सिंह चौहान अपनी लाड़ली बहना और लाड़ली लक्ष्मी जैसी योजनाओं के जरिए आज पूरे देश में घर-घर पहचाने जाते है। शिवराज सिंह चौहान ने जिस लाड़ली बहना योजना के सहारे 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को रिकॉर्ड जीत के साथ सत्ता दिलवाई वह आज पूरे देश में चुनाव में जीत की गारंटी बन चुकी है।
यहीं कारण है कि शिवराज सिंह चौहान का नाम भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़ में सबसे आगे है। संघ के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विश्वस्त के तौर पर पहचाने जाने वाले शिवराज सिंह चौहान क्या भाजपा की कमान संभालेंगे, इसको लेकर भी सियासी गलियारों में चर्चा तेज है।
कार्यकर्ताओं के बीच लोकप्रिय और उनसे सीधा कनेक्ट रखने वाले शिवराज सिंह चौहान भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे चुके है। शिवराज सिंह चौहान आज भाजपा की अंदरुनी राजनीति में एक सर्वमान्य नेता है। शिवराज सिंह चौहान ने उत्तर भारत के साथ-साथ दक्षिण भारत में भी अपनी संगठनात्मक क्षमता का बाखूबी परिचय दिया। लोकसभा चुनाव के दौरान शिवराज सिंह चौहान ने दक्षिण के राज्यों में भाजपा के चुनाव प्रचार की कमान संभाली थी और इस बार भाजपा ने दक्षिण में केरल जैसे राज्यों में भी अपना खाता खोला।
ऐसे में जब आने वाले समय में दक्षिण भारत के अहम राज्यों के साथ बिहार, पंजाब और उत्तर प्रदेश बड़े राज्यों में विधानसभा चुनाव होने है और इन दोनों राज्यों में ओबीसी वर्ग का एक बड़ा वोट बैंक है तो ओबीसी वर्ग से आने वाले शिवराज सिंह चौहान को पार्टी की कमान संभालने का मौका मिल जाए तो कोई अचरज नहीं होगा। गौरतलब है कि पिछले लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश और बिहार में ओबीसी वर्ग का एक बड़ा वोट बैंकं भाजपा से शिफ्ट हुआ, ऐसे में भाजपा और संघ ओबीसी वर्ग से आने वाले शिवराज सिंह चौहान को आगे कर सकती है।
इसके साथ ही मोदी 3.0 सरकार एक गठबंधन की सरकार है, ऐसे में गठबंधन के दलों में आपसी सांमजस्य बैठाने के लिए एक सर्वमान्य चेहरे की तलाश भी भाजपा को है औऱ शिवराज सिंह चौहान इस भूमिका में एकदम फिट बैठते है। शिवराज सिंह चौहान राजनीति की नब्ज को पकड़ने में माहिर है। दरअसल शिवराज सिंह चौहान एक ऐसे राजनेता है जो वक्त के साथ अपनी राजनीति की स्टाइल और उसके कलेवर को बाखूबी बदल देते है। शिवराज सिंह चौहान को सरकार और संगठन चलाने का लंबा अनुभव है और आज वह देश की राजनीति में ऐसा नाम है जिसकी विरोधी भी तारीफ करते है। ऐसे में अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या आने वाले समय में शिवराज सिंह चौहान नई भूमिका में नजर आते है।