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मध्यप्रदेश में पटवारी की 'घूसखोरी', सोशल मीडिया पर मजेदार कमेंट

हमें फॉलो करें Katni Patwari news
, मंगलवार, 25 जुलाई 2023 (14:00 IST)
Katni bribery patwari news: मध्यप्रदेश में एक तरफ पटवारी भर्ती में हुई अनियमितताओं की चर्चा है, वहीं कटनी में एक पटवारी ने घूस 'खाकर' यह साबित कर दिया कि पटवारी किस तरह बनते हैं। वायरल हो रहे वीडियो में यह पटवारी बड़ी ही बेशर्मी से बैल की तरह जुगाली करता दिख रहा है। दरअसल, यह घूस में मिले नोटों को चबा-चबाकर गले से नीचे उतार रहा है। 
 
जानकारी के अनुसार मुताबिक कटनी जिले के बिलहरी में हल्का पटवारी के पद पर तैनात गजेंद्र सिंह ने चंदन लोधी से जमीन सीमांकन और रिपोर्ट के बदले में 5000 रुपए की मांग की थी। चंदन ने इसकी शिकायत जबलपुर लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक को की थी। लोकायुक्त पुलिस ने इस पटवारी को रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया। 
 
घूस के पैसे लेने के लिए गजेंद्र ने चंदन को अपने निजी कार्यालय में बुलाया था। योजनानुसार जब लोकायुक्त पुलिस ने पटवारी को पैसे लेते हुए रंगे हाथों पकड़ने की कोशिश की तो वह नोटों को ही चबा गया। हालांकि पुलिस ने पटवारी को गिरफ्तार कर लिया है। 
 
जब इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लोगों ने मजेदार कमेंट किए... 
 
अखौरी अमरेन्द्र कुमार ने लिखा- इसीलिए लोग कहते हैं कि 50 रुपए से ऊपर के जितने भी नोट हैं बंद कर देने चाहिए। यही पचास रुपए का नोट होता तो नब्बे नोट चबाने पड़ते। रिजर्व बैंक को देश हित में जल्द-से-जल्द इस दिशा में क़दम बढ़ाने की कोशिश करनी चाहिए
 
मनोज जैन ने लिखा- पैसे खाते हो, कहावत चरितार्थ कर दी।
 
सच्चू ने लिखा- भ्रष्टाचार रुक नही रहा! ना खाऊंगा, ना खाने दूंगा!!
 
‍विकास शुक्ला ने लिखा- वीडियो बनाने की बजाय पटककर मारते, सारे नोट बिलकुल सूखे हुए बाहर निकल आते।
 
आशीष पांडेय ने लिखा- पैसे देकर भर्ती लिया होगा इसलिए वसूली कर रहा जनता से।
 
संजीव यादव ने लिखा- मामा के राज में गजब कारनामे..?
 
बबलेश मीणा ने लिखा- ऐसे कई अनगिनत विभागों में कई सारे कर्मचारी भ्रष्टाचार के आदी हैं, जो पकड़ा गया वह आरोपी जो नहीं पकड़ाया वह साहूकार है। 
 
संजय ढौंढियाल ने कटाक्ष करते हुए लिखा- कोई भी पटवारी जो खैनी, गुटखे या पान का शौकीन हो तो अब से सावधान हो जाए। आप पर लोकायुक्त की टीम शक के आधार पर छापा कभी भी मार सकती है।
 
अनिकेत सिंह ने लिखा- अब समझ में आया कि लोग क्यों कहते हैं कि अधिकारियों को पैसे खिलाने पड़ेंगे।
 
आरके बहादुर ने लिखा- अब नोटों की लुगदी में क्या मिलेगा, सीरियल नंबर तो डिस्ट्रॉय तो हो ही गए।
 
प्रकाश शर्मा ने लिखा- चारों ओर सभी मूकदर्शक? एक मुक्के में बाहर आ जाता निवाला। वीडियोग्राफी ज्यादा जरूरी थी?
Edited by: Vrijendra Singh Jhala
 

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