चिखली (महाराष्ट्र)। केंद्रीय गृहमंत्री एवं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस और राकांपा अपने-अपने परिवारों के लिए काम करती हैं, जबकि भाजपा और शिवसेना के जहन में केवल देश का हित है। महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शाह ने संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने का विरोध करने के लिए विपक्ष पर निशाना साधा।
शाह ने कहा कि महाराष्ट्र के लोगों को विकल्प चुनना होगा। कांग्रेस और राकांपा अपने-अपने परिवार के कल्याण के लिए काम करती है, वहीं भाजपा और शिवसेना के मन में बस देश का हित है। उन्होंने कहा कि मई में दूसरी बार ऐतिहासिक जनादेश हासिल करने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पहला फैसला अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35ए के प्रावधानों को निरस्त करना था, जो देश में जम्मू-कश्मीर के एकीकरण में बाधा थे।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि किसी प्रधानमंत्री ने इस मुद्दे को छूने का साहस नहीं दिखाया, लेकिन मोदीजी ने यह किया। आज कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है।
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि अगर फैसला (अनुच्छेद 370 के प्रावधान निरस्त करने का) लिया गया तो घाटी में खून की नदियां बहेंगी और संसद में इसके खिलाफ मतदान किया, लेकिन खून की एक भी बूंद नहीं गिरी। गृहमंत्री ने कहा कि भाजपा के लिए देश की सुरक्षा, वोट बैंक की राजनीति से ज्यादा अहम है।
शाह ने कहा कि विपक्ष क्यों पूछ रहा है कि अनुच्छेद 370 का महाराष्ट्र की राजनीति से क्या लेना-देना है? पूरा देश कश्मीर को भारत का हिस्सा देखना चाहता है और मोदीजी ने उस इच्छा को पूरा किया। महाराष्ट्र में 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए 21 अक्टूबर को चुनाव होंगे।