मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव परिणाम में में भाजपा-शिवसेना गठबंधन को बहुमत मिलने के बाद सरकार बनाने को लेकर खींचतान की स्थिति बनी हुई है। शिवसेना जहां 50-50 के फॉर्मूले पर अड़ी हुई है, वहीं बीजेपी उप-मुख्यमंत्री का पद देना चाहती है। इस बीच मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना नेता दिवाकर रावते ने सोमवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के साथ अलग-अलग मुलाकात की। इस मुलाकातों के बाद महाराष्ट्र में सरकार के गठन को लेकर अटकलें तेज हो गईं।
मुलाकात के बाद रावते ने कहा कि राज्यपाल से बैठक का कोई राजनीतिक उद्देश्य नहीं था। उनका यह बयान तब आया है जब यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि रावते राज्यपाल के साथ महाराष्ट्र सरकार के गठन मामले पर चर्चा कर सकते हैं।
राजनीतिक चर्चा से किया इंकार : रावते ने कहा कि दिवाली के मौके पर हर साल मैं राज्यपाल से मिलने राजभवन जाता हूं। काफी लंबे समय के बाद मैं आज उन्हें दीवाली की शुभकामनाएं देने के लिए यहां आया था। उन्होंने मुझे सुबह 10.30 बजे आने के लिए कहा था क्योंकि आज उनका किसी काम से बाहर जाने कार्यक्रम निर्धारित है। हमने किसी भी राजनीतिक मुद्दे के बारे में चर्चा नहीं की।
50-50 के फॉर्मूले पर अड़ी शिवसेना : 24 अक्टूबर को चुनाव नतीजों की घोषणा के दिन शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा था कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले उनके, अमित शाह और देवेंद्र फडणवीस के बीच 50:50 का फॉर्मूला तय हुआ था।
50:50 फॉर्मूला का अर्थ है भाजपा और शिवसेना का नेता ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री बने। भाजपा स्पष्ट कर चुकी है कि पार्टी ही महाराष्ट्र सरकार का नेतृत्व करेगी। भाजपा आदित्य ठाकरे को उप-मुख्यमंत्री पद देने के पक्ष में है। इस बीच खबरें हैं कि 30 अक्टूबर को पार्टी अध्यक्ष अमित शाह शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुंबई में मिलेंगे।