नई दिल्ली। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर निशाना साधा है। शिवसेना ने भगत सिंह कोश्यारी पर सीधा सवाल खड़ा किया गया है कि आखिर उन्होंने किस आधार पर देवेन्द्र फडणवीस को मुख्यमंत्री की शपथ दिलाई। इसके साथ ये भी आरोप लगाया गया है कि जो दस्तावेज पेश किए गए थे वे फर्जी हैं।
'सामना' में तंज कसते हुए लिखा गया कि महाराष्ट्र में जो हुआ उसे ‘चाणक्य-चतुराई’ कहें या ‘कोश्यारी साहेब की होशियारी’? शिवसेना ने लिखा कि इन लोगों ने जाली कागज पेश किए और संविधान के रक्षक भगतसिंह नामक राज्यपाल ने आंख बंद करके उन पर विश्वास किया। फिर तीनों पार्टियों के विधायकों ने अपने हस्ताक्षर वाला पत्र सौंपा, इस पर मा. भगतसिंह राज्यपाल महोदय का क्या कहना है?
शिवसेना ने यह भी लिखा कि एक भगतसिंह ने देश की आजादी के लिए फांसी के फंदे को चूम लिया था, यह तो हम जानते हैं। वहीं दूसरे भगतसिंह के हस्ताक्षर से रात के अंधेरे में लोकतंत्र और आजादी को वध स्तंभ पर चढ़ा दिया गया। महाराष्ट्र में जो कुछ भी हुआ उसे ‘चाणक्य-चतुराई’ या ‘कोश्यारी साहेब की होशियारी’ कहना भूल होगी।
महाराष्ट्र में उस समय नया नाटकीय मोड़ आ गया था जब राज्यपाल ने शनिवार की सुबह बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलवा दी थी। इसके बाद ही महाराष्ट्र में सियासी संग्राम मचा हुआ है।