अधिकारियों ने बताया कि हिंसा के दौरान भीड़ ने पुलिस पर पेट्रोल बम भी फेंके। उन्होंने कहा कि पुलिस अब तक 51 दंगाइयों को गिरफ्तार कर चुकी है और उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की कुल 57 धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
सोमवार की रात साढ़े सात बजे के करीब मध्य नागपुर में हिंसा भड़क गई और पुलिस पर पथराव किया गया। बताया जाता है कि हिंसा इस अफवाह के बाद फैली कि औरंगजेब की कब्र हटाने के लिए एक दक्षिणपंथी संगठन द्वारा किए गए प्रदर्शन के दौरान एक समुदाय के धार्मिक ग्रंथ को जला दिया गया।
उन्होंने कहा कि अंधेरे का फायदा उठाकर भीड़ ने दंगा नियंत्रण पुलिस (RCP) की एक महिला कांस्टेबल और उसकी वर्दी को छूने की कोशिश की तथा उसे निर्वस्त्र करने का प्रयास किया। भीड़ ने अन्य महिला पुलिसकर्मियों के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया और अश्लील टिप्पणियां कीं। दंगाइयों ने उनकी तरफ आपत्तिजनक इशारे भी किए और उन पर हमला भी किया।
संवेदनशील इलाकों में कर्फ्यू जारी : नागपुर में सोमवार रात हुई हिंसा के बाद स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन शहर के कई संवेदनशील इलाकों में कर्फ्यू जारी है। संवेदनशील इलाकों में दो हजार से अधिक सशस्त्र पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि इसी तरह, त्वरित प्रतिक्रिया दल (QRT) और दंगा नियंत्रण पुलिस (RCP) द्वारा पुलिस उपायुक्त रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में गश्त की जा रही है।
पुलिस की एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, अब कोतवाली, गणेशपेठ, तहसील, लकडगंज, पाचपावली, शांति नगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाडा, यशोधरा नगर और कपिल नगर पुलिस थाना क्षेत्र में आने वाले इलाकों में कर्फ्यू प्रभावी है। कर्फ्यू के दौरान संबंधित इलाकों के पुलिस उपायुक्त सड़कों पर वाहनों की आवाजाही के बारे में निर्णय लेंगे।
edited by : Nrapendra Gupta