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Mangal dosh : मंगल यदि द्वादश भाव में है तो क्या करें और जानिए भविष्य

हमें फॉलो करें Mangal dosh : मंगल यदि द्वादश भाव में है तो क्या करें और जानिए भविष्य
, मंगलवार, 31 जनवरी 2023 (07:02 IST)
12th house in mars: प्रथम, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम और द्वादश भाव में मंगल है तो यह कुंडली मांगलिक मानी जाएगी। यदि आपकी जन्मपत्री में द्वादश यानी बारहवें भाव में मंगल है तो इसे मंगल दोष माना जाएगा। यह मंगल भी दांपत्य जीवन को खराब करता है। इसका सटीक समाधान मंगलदेव ग्रह मंदिर, अमलनेर में बहुत ही अच्छे तरीके से होता है। तुरंत ही वहां जाकर इसकी शांति कराना चाहिए। वहां जाने से पहले आप आजमा सकते हैं ज्योतिष और लाल किताब के कुछ खास उपाय।
 
बारहवें भाव में मंगल का स्वभाव | Barve bhav me mangal ka fal : द्वादश भाव से शय्या सुख, व्यय, हानि, शासन दंड, कारावास, बदनामी आदि का विचार किया जाता है और यदि मंगल इस भाव से संबंध स्थापित करता हो या इसमें स्थित हो, तो अनावश्यक व्यय, मन में चिंता, परेशानियां, नींद का अभाव आदि होते हैं। जातक अपने परिवार की चिंता नहीं करता है और वह मूर्ख माना जाता है। उग्र और झगड़ालू किस्म का होता है और इधर उधर घूमता रहता है।
 
द्वादश भाव में मंगल है तो क्या करें | What to do if there is Mars in the twelfth house :
 
1. नित्य सुबह खाली पेट शहद का सेवन करें।
2. घर आए मेहमान को शरबत अवश्य पिलाएं।
3. तंदूर में मीठी रोटी सेंककर कुत्ते को खिलाएं।
4. एक किलो बताशे मंगल के दिन बहते जल में प्रवाहित करें या मंदिर में दान दें।
5. लाल रूमाल या चांदी का चावल सदैव अपने पास रखें, या चांदी की चेन धारण करें।
बारहवें भाव में मंगल का भविष्यफल फल | dwadash bhav me mangal ka fal: व्यय भाव में होने से धन के होने की शर्त यह की हिंसक और कामुक प्रवृत्ति न रखें। घर में चोरी और शत्रुओं से हानि होने की आशंका। अधिक व्यय होगा, इसलिए सावधानी और समझदारी से चलें। पत्नी से अनबन रहेगी तो जातक संतानहीन हो सकता है।
 
सलाह : गुरु और धर्म का अपमान न करें। समझदारी से चलें। भाई, मित्रों, स्वजनों से वैर भाव न रखें। किसी को भी उधार देने से पहले 10 बार सोचें। हिंसक और कामुक प्रवृत्ति न रखें। बुरी संगत से बचें अन्यथा शत्रु बढ़ेंगे और राजदंड के फेर में फंस जाएंगे।
 
इस भाव से मंगल दोष बने अथवा इस पर मंगल की दृष्टि पड़े, तो अनेकानेक बाधाओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए जरूरी है कि मंगल दोष की शांति कराई जाए। महाराष्ट्र में जलगांव के पास मंगलदेव का एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां पर मंगल दोष की शांति बहुत ही उचित मूल्य पर होती है। मंगलवार के दिन यहां पर लाखों लोग आते हैं। मंगल शांति के लिए पहले से ही ऑनलाइन और मोबाइल पर संपर्क करके रजिस्ट्रेशन कराकर जाना होता है।

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