डिलीवरी होने के कितने दिनों पहले शुरू हो जाता है व्हाइट डिस्चार्ज
गर्भावस्था के दौरान किस तरह से बदलता है वजाइनल डिस्चार्ज
white discharge before delivery
महिलाओं में होने वाला वजाइना डिस्चार्ज पतला, स्पष्ट या दूधिया सफेद रंग का होता है। साथ ही इसमें हल्की सी गंध भी आती है। पीरियड्स सर्कल के दौरान वजाइनल डिस्चार्ज में उतार-चढ़ाव रहता है। वहीँ प्रेग्नेन्सी के दौरान वजाइनल डिस्चार्ज बढ़ जाता है और इसमें स्थिरता आ जाती है।
गर्भावस्था के शुरुआती लक्षणों में से वजाइनल डिस्चार्ज में वृद्धि होना शामिल है। यह गर्भावस्था के दौरान जारी रहता है। इस आलेख में हम आपको बताएंगे कि डिलीवरी के कितने दिन पहले व्हाइट वजाइनल डिस्चार्ज होता है?
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डिलीवरी के कितने दिन पहले होता है व्हाइट डिस्चार्ज?
महिलाओं को प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में दूधिया व्हाइट डिस्चार्ज होता है। इसके बाद 2 सप्ताह या उससे अधिक समय तक डिस्चार्ज का रंग हल्का भूरा हो जाता है और धीरे-धीरे इसका रंग पीला सफेद नजर आने लगता है। यह स्थिति डिलीवरी के बाद लगभग 6 सप्ताह तक बनी (How many days before delivery white discharge starts?) रहती है। दरअसल, प्रेग्नेंसी के दौरान गर्भाशय के अंदर एक पपड़ी बन जाती है, जो हिस्सा नाल से जुड़ा होता है। ऐसे में इस स्थिति में महिलाओं को डिस्चार्ज व्हाइट पीला होता है।
कब डॉक्टर को दिखाने की है जरूरत? (When to call your doctor)
ध्यान रखें कि अगर आपको असामान्य तरीके से डिस्चार्ज हो रहा है, तो ऐसी स्थिति में तुरंत अपने हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह लें। क्योंकि कई बार वजाइनल डिस्चार्ज का कारण संक्रमण हो सकता है। इसके साथ-साथ गर्भाशय में किसी तरह की परेशानी होना भी शामिल हो सकता है।
असामान्य स्राव के लक्षण:
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पीला, हरा या भूरे रंग का डिस्चार्ज होना
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वजाइना से काफी तेज गंध आना
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वजाइना के आसपास रेडनेस और खुलजी होना
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योनी के आसपास सूजन होना इत्यादि।
असामान्य रूप से डिस्चार्ज होना, संक्रमण का संकेत हो सकते हैं। गर्भावस्था के दौरान यीस्ट संक्रमण होना काफी कॉमन है। यदि आपको गर्भावस्था के दौरान यीस्ट संक्रमण हो जाता है, तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर से मिलकर उनकी सलाह लेनी चाहिए।
वजाइना यीस्ट संक्रमण से बचाव के उपाय
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हमेशा ढीले कपड़े पहनें
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सूती अंडरवियर ही पहनें
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नहाने, तैरने इत्यादि के बाद गुप्तांग को साफ करें।
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एक्सरसाइज करें।
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अपने आहार में दही को जरूर शामिल करें।
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हेल्दी बैक्टीरिया युक्त आहार का सेवन करें।
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