Cold Places To Visit In May: मई माह की चिलमिलाती गर्मी में यदि आप घूमने का प्लान बना रहे हैं तो आपके लिए हम लेकर आएं हैं ऐसे 5 स्पॉट जहां जाकर आप सुकून का अहसास करेंगे। यहां भरी गर्मियों में भी तापमान कम ही रहता है।
1. नैनीताल : इसे नैनीताल इसलिए कहा जाता है क्योंकि यहां पर ऊंचे पहाड़ पर नैना देवी का एक मंदिर और प्रसिद्ध ताल है। नैनी शब्द का अर्थ है आंखें और 'ताल' का अर्थ है झील। बर्फ से ढ़के पहाड़ों के बीच झीलों से घिरा नैनीताल उत्तराखंड राज्य का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यहां गर्मियों के दिनों में भी तापमान अधिकतम 21 डीग्री ही रहता है। नैनीताल झील, नैनादेवी मंदिर, नैना चोटी, गर्वनर हाउस, टिफिन टॉप और पंडित जीबी पंत प्राणी उद्यान यहां के प्रसिद्द स्थल है। शॉपिंग के लिए आप मार्केट मॉलरोड जा सकते हैं। धर्मशाला भी बहुत अच्छी जगह है।
2. चेरापूंजी : यदि आप गर्मी के माह में जंगल और बारिश का मजा लेना लेना चाहते हैं तो मेघालय जरूर जाएं। यहां की राजधानी शिलॉन्ग भारत का सबसे खूबसूरत हिल स्टेशन है जिसे पूर्व का स्कॉटलैंड कहा जाता है। चेरापूंजी का स्थानीय और आधिकारिक नाम सोहरा है जो शिलॉन्ग से 56 किलो मीटर की दूरी पर है। यह खासी पहाड़ी के दक्षिणी किनारें पर स्थित एक छोटा सा कस्बा है। चेरापूंजी 12 महीने ही घनी बारिश के कारण विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है।
3. पचमढ़ी : मध्यप्रदेश में अमरकंटक के पास ही होशंगाबाद जिले में पचमड़ी बहुत ही खूबसूरत हिल स्टेशन है। ऊंचे ऊंचे पहाड़, झील, झरने, गुफाएं, जंगल सभी कुछ हैं यहां पर। झरनों के लिए आप मध्यप्रदेश के पचमड़ी में जाएं। पचमढ़ी में आपको बहुत सारे झरने देखने को मिलेगें। यहां का तापमान भी बहुत कम रहता है। जरा भी गर्मी का अहसान नहीं होता है।
4. माउंट आबू : माउंट आबू राजस्थान में अरावली पर्वत पर बसा अनोखा स्थल है। यहां एक और प्रकृतिक सुंदरता है तो दूसरी ओर आध्यात्मिक शांति। पौराणिक कथाओं के अनुसार यह वही स्थल है, जहां महान ऋषि वशिष्ठ रहा करते थे। इसे ऋषियों-मुनियों का आवास स्थल माना जाता है। यह भी बहुत ठंठा इलाका है।
5. तवांग : अरुणाचल प्रदेश का तवांग बहुत ही सुदंर जगह है। यह चारों ओर से हिमालय से घिरा हुआ है। लगभग पूरे साल बर्फ से ढके रहने वाले इस शहर में को देखने से मन को बहुत ही सुकून मिलता है क्योंकि यह गजब का खूबसूरत शहर है। गहरी घाटियां, ऊंचे पहाड़ और साफ झील को देखकर आप यहां से जाना नहीं चाहेंगे। शहर के सड़कों के किनारे कई मठ बने हुए हैं क्योंकि यहां रहने वाले अधिकांश लोग बौद्ध धर्म को मानते हैं।