भारत को देवों की भूमि कहा जाता है। यहां पर हर तरह की प्रकृति और हर तरह के मौसम के दर्शन होते हैं। एक ओर रेगिस्तान है तो दूसरी ओर समुद्र, एक ओर जंगल है तो दूसरी ओर ऊंचे-ऊंचे पहाड़। एक और बर्फ का मजा है तो दूसरी ओर बारिश का आनंद। हर देश की प्रकृति भारत में है। भारत की इन 7 जगह पर जाकर आप स्वर्ग में होने का अहससा करेंगे।
ऋषिकेश : यह स्वर्ग की तरह नजर आता है। शांत व सुंदर और प्राकृतिक नजारों से भरपूर। नीलकंठ महादेव मंदिर, कुंजापुरी मंदिर, वशिष्ठ गुफा, फूलचट्टी आदि जगह जाकर आपको लगेगा की आप स्वर्ग में आ गए हैं।
आदि कैलाश : आदि कैलाश उत्तराखंड की सबसे पवित्र पर्वत चोटियों में से एक है। कैलाश पर्वत के बाद आदि कैलाश को सबसे अधिक पवित्र माना जाता है। इसे छोटा कैलाश भी कहते हैं। मान्यता अनुसार शिवजी जब बरात ले जा रहे थे तो रास्ते में यहां पर उन्होंने पड़ाव डाला था। उत्तराखंड राज्य की तिब्बत सीमा पर स्थित यह स्थान कैलाश मानसरोवर की यात्रा की तरह ही दुर्गम है। 150 किलोमीटर तक पैदल यात्रा करना होती है। यहां मानसरोवर की तरह ही पार्वती नामक सरोवर है। सरोवर के किनारे ही शिव और पार्वती माता का मंदिर है। इस क्षेत्र को ज्योतिलिंगकॉन्ग ने नाम से भी जाना जाता है।
अरुणाचल : पूर्वोत्तर में अरुणाचल का सफर करना बहुत ही सुंदर, रोमांच और अद्भुत अनुभवों से भरा रहेगा। अरुणाचल की ऊंची-ऊंची चोटियों से नीचे गिरते झरने दुनिया के सबसे खूबसूरत झरने हैं। विशेषकर गोरिचन और कांगटो की चोटियों को देखना गजब का अनुभव और अहसास देता है। बल खाती सर्पीली पहाड़ी नदी कामेंग में एडवेंचर टूरिज्म के शौकीनों के लिए एक आदर्श स्थान साबित हो सकता है। यह स्वर्ग से भी सुंदर है।
चेरापूंजी : चेरापूंजी का स्थानीय और आधिकारिक नाम सोहरा है जो शिलॉन्ग से 56 किलो मीटर की दूरी पर है। यह खासी पहाड़ी के दक्षिणी किनारें पर स्थित एक छोटा सा कस्बा है। चेरापूंजी 12 महीने ही घनी बारिश के कारण विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यहां नोहकालीकई झरना के साथ ही बहुत ऊंचे ऊंचे सुंदर झरने हैं। चेरापूंजी के कुछ महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल हैं माकडॉक-डिमपेप घाटी का दृश्य जो शिलॉन्ग और चेरापूंजी के बीच स्थित है, सोहरा बाजार और रामकृष्ण का मंदिर, संग्रहालय, नोखालीकाई जल प्रापत, प्रथम प्री साइबेरियन चर्च, वेल्श मिशनरियों की दरगाहें, एंगलिकन सिमेंटरी, इको पार्क डबल डेकर रुट ब्रीज, चेरापूंजी मौसम विज्ञान वेधशाला।
चंबा : चंबा हिमाचल राज्य का एक क्षेत्र है। उत्तराखंड के मसूरी से मात्र 13 घंटे की दूरी पर बसा है चंबा। यह टिहरी, मसूरी, उत्तरकाशी जाने वाले रास्तों के बीच में पड़ता है। पंजाब के अमृतसार शहर से ट्रेन द्वारा आप यहां जा सकते हैं। चंबा की सीढ़ीनुमा सड़कें और ऊंचे-ऊंचे वृक्षों से लदी घुमावदार घाटियां, झुरमुटों में छुपे छोटे-छोटे घर आपके मन को मोह लेंगे। पूरा हिमाचल ही स्वर्ग है।
श्रीनगर : कश्मीर को पहले सतीसर कहा जाता था और श्रीनगर जिसका पुराना नाम प्रवर पुर है, इसी शहर की दोनों ओर हरिपर्वत और शंकराचार्य पर्वत हैं आद्म शंकराचार्य ने इसी पहाड़ी पर भव्य शिवलिंग, मंदिर और नीचे मठ बनाया था। श्रीनगर के बहाने आप भारत के सबसे खूबसूरत राज्य जम्मू और कश्मीर में घूम सकते हैं। यहां जहां अमरनाथ की गुफा है तो दूसरी ओर बर्फ से ढंगे खूबसूरत पहाड़, झील और लंबे-लंबे देवतार के वृक्ष। यह वृक्ष समूचे कश्मीर की शोभा बढ़ाते हैं और स्वर्ग में होने का अहसास देते हैं।
लेह : भारतीय राज्य लद्दाख का बहुत ही सुंदर क्षेत्र लेह ऊंचे ऊंचे पहाड़ों का क्षेत्र है। लेह पर्यटकों के लिए स्वर्ग है। यह धार्मिक व्यक्तियों के लिए आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र तथा खोजी व्यक्तियों के लिए अपार संभावना का केंद्र है। भारत, चीन तथा पाकिस्तान की सीमाओं की मिलन स्थली भी यहीं है। चारों ओर रेतीला भूरा पठार। हवा में अच्छी-खासी ठंडक। बौद्ध स्तूप और झील को देखा रोमांच भरा रहेगा।