भोपाल। मध्यप्रदेश में अगले एक-दो दिनों में चुनाव आचार संहिता लगने की संभावना है, आचार संहिता लगने के साथ ही प्रदेश में चुनाव प्रचार अपने चरम पर पहुंच जाएगा। प्रदेश में चुनाव प्रचार की कमान अब दोनों ही दलों के केंद्रीय नेतृत्व ने संभाल लिया है।
दोनों ही दलों के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तय चुनावी कार्यक्रम को देख कर इतना तो तय है आने वाले समय में प्रदेश में राहुल वर्सेस शाह का चुनावी मुकाबला देखने को मिलेगा।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल भोपाल के बाद अब प्रदेश के विभिन्न अंचलों में चुनावी दौरे कर रहे हैं। भोपाल में कार्यकर्ता सम्मेलन के बाद राहुल सतना और रीवा में चुनावी शंखनाद करते हुए कई बड़े रोड शो किए। वहीं अब राहुल ग्वालियर, जबलपुर, इंदौर और उज्जैन के ताबड़तोड़ दौरे कर पार्टी के कार्यकर्ताओं और प्रचार अभियान में जान फूकेंगे।
राहुल अपने दौरे के दौरान जहां चुनावी सभा कर रहे हैं वहीं छोटी-छोटी नुक्कड़ सभा और रोड शो के जरिए लोगों के बीच पार्टी की पकड़ बना रहे हैं। वहीं राहुल के तबाड़तोड़ चुनावी दौरे के जवाब में अब भाजपा की प्रदेश इकाई ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से अपने चुनावी अभियान का शंखनाद कराने का फैसला किया है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह का कहना है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष इंदौर के राजवाड़ा से पार्टी के जिस महा जन संपर्क अभियान का शंखनाद करेंगे उससे प्रदेश में भाजपा का चुनावी बिगुल बज जाएगा। अमित शाह छह अक्टूबर को इंदौर और उज्जैन में, 9 अक्टूबर को ग्वालियर-चंबल में 14 अक्टूबर को सागर, भोपाल, होशंगाबाद एवं 15 अक्टूबर को रीवा, शहडोल में कार्यकर्ता सम्मेलनों में शामिल होंगे।
वहीं महा जनसंपर्क अभियान के दौरान पार्टी प्रदेश के सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों में जनता से संपर्क किया जाएगा। इस दौरान पार्टी के कार्यकर्ता प्रत्येक घर तक पहुंचेंगे।