सीहोर। लोगों की समस्याओं का समाधान समय पर न होने के कारण अब लोगों की नाराजगी खुलकर सामने आने लगी है। मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में बार-बार मतदान बहिष्कार की घोषणाएं हो रही हैं। 'सड़क नहीं तो वोट नहीं', 'विकास नहीं तो वोट नहीं' के बैनर अपने वार्डों और गांवों में लगाए हैं।
जानकारी के अनुसार जनसमस्याओं के समाधान के लिए भले ही अफसर हर मंगलवार को जनसुनवाई करते हों और सीएम हेल्पलाइन का नंबर 181 भी काफी प्रचारित किया गया हो, मगर लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए जमीनी हालात अभी भी नहीं बदले हैं
लोग अपनी समस्या के समाधान के लिए अफसरों के कार्यालयों के चक्कर काट-काटकर जब थक गए तो उन्होंने उम्मीद छोड़ दी है। अब वे सीधे-सीधे अपने मताधिकार की ताकत का अहसास प्रशासन और नेताओं को दिखाकर उन्हें अपनी नाराजगी से अवगत करा रहे हैं। अभी तक लगभग आधा दर्जन मामले चुनाव बहिष्कार के सामने आ गए हैं।
कुछ मामले एक नजर में-
1. सीहोर नगर के वार्ड 19 में 'रोड नहीं तो वोट नहीं' के बैनर लगाए गए हैं। वार्ड में सड़क की हालत खराब होने की वजह से वार्डवासियों ने बैनर लगाए हैं।
2. सीहोर के ही वार्ड क्रमांक 28 के लोगों ने भी 'सड़क नहीं तो वोट नहीं' के बैनर लगाए हैं। अभी भी सड़क खराब है। लोगों का कहना है कि सीवेज के लिए खोदी गई सड़क अब तक नहीं बनाई गई है।
3. जिले के आष्टा तहसील के ग्राम निपानियाकलां में ग्रामीणों ने भी गांव में 'विकास नहीं तो वोट नहीं' का बैनर लगाया है। यहां सड़कों की मांग और हायर सेकंडरी स्कूल की मांग को लेकर मतदान बहिष्कार के बैनर लगाए गए हैं।