भोपाल। वोटर लिस्ट के मुद्दें को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और चुनाव आयोग आमने-सामने आ गए हैं। कमलनाथ ने सुप्रीम कोर्ट में चुनाव आयोग के जवाब पर पलटवार करते हुए कहा वो आयोग को चुनौती दे रहे है कि उन पर लगे आरोपों को साबित करके दिखाए।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में जो तथ्य पेश किए है वो पूरी तरह सही हैं। कमलनाथ ने कहा कि चुनाव आयोग सुप्रीम कोर्ट को भ्रमित कर रहा है। उन्होंने कहा कि अगर आयोग को एफआईआर करानी है तो कराए।
कमलनाथ ने पूरे मामले पर अपना पक्ष रखते हुए कहा कि कांग्रेस ने 18 जनवरी की मतदाता सूची के आधार पर फर्जी वोटरों की शिकायत की थी। इस पर आयोग ने कार्रवाई करते हुए फर्जी वोटरों के नाम को हटाया था।
कमलनाथ ने सवाल उठाते हुए कहा कि अगर हमारी शिकायत गलत थी तो नाम क्यों हटाए गए। उन्होंने आयोग पर सवाल उठाते हुए कहा कि हमने आयोग से टेक्स्ट रूप में वोटर लिस्ट की मांग की थी। जिससे हम डुप्लीकेट वोटर्स की पहचान कर सके लेकिन आयोग ने हमे सूची नहीं उपलब्ध कराई।
इससे पहले गुरुवार को चुनाव आयोग ने पूरे मामले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि कांग्रेस ने कोर्ट में मामले को लेकर जो वोटर लिस्ट कोर्ट के सामने रखी है वो गलत है। चुनाव आयोग ने कोर्ट में गलत जानकारी देने पर कोर्ट से कमलनाथ कार्रवाई की मांग की थी।