इंदौर। विधानसभा चुनाव में इंदौर जिले की कुल 9 सीटों पर कांग्रेस और भाजपा के कई उम्मीदवार ऐसे भी रहे जो खुद को ही अपना वोट नहीं दे सके। इस बारे में रोचक तथ्य यहां प्रस्तुत हैं, जो खुद उम्मीदवार होने के बाद भी अपने को वोट नहीं दे पाए क्योंकि मतदाता सूची में उनका नाम किसी दूसरे विधानसभा क्षेत्र में दर्ज है।
विधानसभा क्षेत्र नंबर 1 में कांग्रेस प्रत्याशी संजय शुक्ला ने खुद को वोट दिया जबकि भाजपा के सुदर्शन गुप्ता को 4 नंबर में वोट देने जाना पड़ा। नंबर 2 में कांग्रेस के मोहन सेंगर और भाजपा के रमेश मेंदोला दोनों अपने ही क्षेत्र में थे लिहाजा उन्होंने खुद को वोट दिया। इन दोनों का ताल्लुक मिल क्षेत्र से है।
नंबर 3 में कांग्रेस प्रत्याशी अश्विन जोशी ने खुद को वोट दिया जबकि भाजपा के आकाश विजयवर्गीय खुद को वोट नहीं दे सके। उनका नाम 2 नंबर में में दर्ज है। नंबर 4 में भाजपा की मालिनी गौड़ और कांग्रेस सुरजीत चड्ढा ने खुद को वोट डाला क्योंकि ये इसी क्षेत्र के हैं। नंबर 5 में कांग्रेस के सत्यनारायण पटेल और भाजपा के महेंद्र हार्डिया अलग-अलग क्षेत्र में रहने के कारण खुद को वोट नहीं दे पाए।
महू में कांग्रेस उम्मीदवार अंतरसिंह दरबार स्थानीय हैं लिहाजा उन्होंने तो मतदान केंद्र पर जाकर खुद के नाम के बटन को दबाया जबकि भाजपा उम्मीदवार ऊषा ठाकुर का ताल्लुक विधानसभा क्रमांक 1 से है, इसलिए वे खुद को वोट नहीं दे सकीं। राऊ में कांग्रेस के जीतू पटवारी और भाजपा के मधु वर्मा चूंकि इसी क्षेत्र के हैं लिहाजा दोनों ने ही मतदान केंद्र में खुद को वोट दिया।
सांवेर और देपालपुर दोनों जगह के प्रत्याशी भी खुद के नाम पर ईवीएम का बटन दबाकर मतदान करने से वंचित रहे। सांवेर में कांग्रेस के तुलसीराम सिलावट और मनोज पटेल के साथ भी यही स्थिति रही कि वे खुद को वोट नहीं दे पाए। देपालपुर में चुनाव लड़ने वाले कांग्रेस उम्मीदवार विशाल पटेल और भाजपा के मनोज पटेल दोनों राऊ में रहते हैं, इसलिए वे भी खुद को मतदान नहीं कर सके।