भोपाल। मध्यप्रदेश में एससी-एसटी एक्ट को लेकर बढ़ते बवाल के बाद अब खुद मुख्यमंत्री ने मोर्चा संभाल लिया है। सामान्य वर्ग के गुस्से को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज ने बड़ा एलान किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में एससी-एसटी एक्ट का दुरुपयोग नहीं होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिना जांच के कोई गिरफ्तारी नहीं होगी। मुख्यमंत्री ने ये बयान ऐसे समय दिया जब राज्य में एक्ट को लेकर हो रहे प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया है।
सतना में मुख्यमंत्री की सभा से पहले हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद अब भाजपा की चिंता बढ़ गई है। ऐसे में जब भाजपा के बड़े नेता इस मामले से कुछ भी कहने से बच रहे हैं, तब मुख्यमंत्री का खुद सामने आकर बयान देना इस बात के साफ संकेत हैं कि पार्टी अब मान रही है कि अब सब कुछ ठीक नहीं है।
संगठन और सरकार की चिंता इसलिए और बढ़ गई है कि प्रदेश में चुनाव होने में बहुत कम समय बचा है और 25 सितंबर को खुद प्रधानमंत्री भोपाल में कार्यकर्ता सम्मेलन के जरिए चुनावी शंखनाद करेंगे, वहीं मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद भी सामान्य वर्ग का गुस्सा शांत नहीं हो रहा है।
एक्ट को लेकर बनाए गए काला कानून विरोधी मोर्चे के समन्वयक ऱघुनंदन शर्मा का कहना है कि मुख्यमंत्री तुरंत इस मुद्दे पर विधानसभा बुलाकर एक्ट पास कराएं।