भोपाल। सतना में मुख्यमंत्री की सभा से पहले सवर्ण समाज के बड़े उग्र विरोध प्रदर्शन के बाद अब भाजपा पूरी तरह बैकफुट पर आ गई है। सतना की घटना और मुख्यमंत्री की जन आशीर्वाद यात्रा पर लगातार हमले के बाद अब भाजपा डैमेज कंट्रोल में जुट गई है।
पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल ने पार्टी के सवर्ण समाज के बड़े नेताओं को अपने-अपने वर्ग को मनाने के लिए आगे किया है। वहीं सियासी गलियारों में ये चर्चा भी चल रही है कि पार्टी डैमेज कंट्रोल करने के लिए मुरैना से सांसद और पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बना सकती है।
ये कयास उस वक्त और बढ़ गए जब राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल ने अनूप मिश्रा के साथ एकांत में लंबी चर्चा की। सतना में सवर्णों के प्रदर्शन और उज्जैन में करणी सेना की बड़ी रैली के बाद अब भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व पूरे मामले को लेकर सक्रिय हो गया है।
भोपाल में पार्टी के संगठन महामंत्री रामलाल ने सवर्णों के बड़े नेताओं से पूरे मामले का फीडबैक लिया है। पार्टी के बड़े नेताओं के साथ बैठक में ब्राह्मण नेताओं में नरोत्तम, गोपाल भार्गव, वीडी शर्मा, अर्चना चिटनीस और ठाकुर नेताओं में नरेंद्र सिंह तोमर, भूपेंद्र सिंह, अरविंद भदौरिया, अजय प्रताप सिंह और विजेंदसिंह सिसौदिया शामिल थे।
वहीं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह ने पार्टी के सवर्ण नेताओं और मंत्रियों को अपने-अपने इलाके में जाकर आंदोलनकारी लोगों से बात करने और समन्वय बनाने की जिम्मेदारी सौंपी है। पार्टी को डर है कि अगर समय रहते समन्वय नहीं बनाया गया तो चुनाव के समय बड़ी मुश्किल खड़ी हो जाएगी। वहीं पार्टी 25 सितंबर को भोपाल में होने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम से पहले इस पूरे मामले को सुलझाने में जुटी है।