कार्य और जिंदगी। इसे अच्छे से मैनज या कंट्रोल करना नहीं याद है तो कार्य भी ढंग से नहीं कर पाएंगे और जिंदगी भी नहीं जी पाएंगे। क्या है दोनों में संबंध यह जानना और समझना जरूरी है। कार्य करते हुए परिवार के लिए समय निकालकर उनके साथ रहकर उन्हें खुश रखने की जिम्मेदारी भी तो आपकी है? आपके लिए दोनों ही जरूरी है लेकिन दोनों के लिए कैसे वक्त निकालें?
1. हम कार्य क्यों करते हैं? कुछ लोग कहेंगे कि रुपया कमाने के लिए, कुछ कहेंगे कि परिवार का पेट पालने के लिए और कुछ कहेंगे कि अपनी जिंदगी बेहतर बनाने के लिए। आप इनमें से कोई सा भी जवाब चयन कर सकते हैं। आपके चयन से ही पता चलेगा कि आप किसे महत्व देते हैं।
2. कुछ लोग होते हैं जो बस कार्य किए चले जा रहे हैं अपने परिवार और रिश्तों को छोड़कर। उनके पास समय नहीं है कि वे परिवार के साथ जी सकें, रह सकें, घूम सकें, होटल में खाना खा सकें। यदि ऐसा है तो फिर परिवार क्यों बनाया? ऐसे लोगों को यह समझना चाहिए।
3. आपके पास 24 घंटे हैं जिसमें से 8 से 12 घंटे आप कार्य करते हैं। 12 घंटे बचे तो 2 घंटे आपके नित्यकर्म, 8 घंटे सोने में, 1 घंटा टीवी देखने में तो बस 1 घंटा ही बचा परिवार के लिए? परिवार के साथ आपका संवाद नहीं है तो विवाद ही रहेगा।
4. कई लोग हैं जो रविवार या छुट्टी का समय अपनी जिंदगी या परिवार को देते हैं। कई लोग हैं जो रविवार को सो कर गुजार देते हैं। कई लोग ऐसे हैं, खासकर व्यापारी वर्ग जिनकी जिंदगी दुकान को खोलने और बंद करने में ही गुजर जाती है। उन्हें याद नहीं कि वे अपनी फैमिली के साथ कब रेस्टोरेंट्स में खाना खाने गए थे या कब लंबे टूर पर गए थे?
5. ऐसी कई नौकरियां हैं जहां कार्य करते-करते ही आदमी मर जाता है। वह जिंदगी में ना तो कभी परिवार के साथ बैठकर दो पल खुशी के गुजार पाता है और ना ही वह खुद के लिए जी पाता है। आपने फैक्ट्रियों में देखी होंगी ऐसी जिंदगियां?
6. लाइफ में जितना जरूरी वर्क है उतनी ही जरूरी लाइफ भी। दोनों में ही संतुलन बनाकर दोनों के लिए ही टाइम निकालना जरूरी है। यदि आपको छुट्टियां मिलती हैं तो आप अपने परिवार के साथ बिताएं क्योंकि उन्हें भी आपके साथ की जरूरत है।
7. ऐसे भी बहुत से लोग हैं जो अपनी छुट्टियां दोस्तों के नाम कर देते हैं क्योंकि उनके जीवन में परिवार का कोई महत्व नहीं होता है। उनके लिए पार्टी महत्व रखती है परिवार नहीं। ऐसे भी कई लोग हैं जो अपने फुर्सत के समय में समाज के कार्य करते हैं।
8. हम कार्य करते हैं इसलिए कि हम अपनी लाइफ को बेहतर बना सकें। खुशहाल जिंदगी गुजार सकें। आपको किसलिए कार्य करना चाहिए और क्यों यह जरूर समझना चाहिए। कार्य से कार्य करवाने वाले की जिंदगी भी संवार रहे हैं और खुद की जिंदगी भी।
9. आप इतना बेहतर कार्य करें कि आप बेहतर जिंदगी जी सकें। आप ऐसे कार्य करें तो आपको जीने के भी अवसार देता हो और जो आपके जीवन के महत्व को भी समझता हो।
10. आपको पता होना चाहिए कि आज मैं जो कार्य कर रहा हूं यही तय करेगा कि कल मैं क्या करूंगा और कल मेरा भविष्य क्या होगा। आपको यह निरंतर सोंचते रहना चाहिए कि आज आप जो कार्य कर रहे हैं वह आपकी जिंदगी के लिए बेहतर है या नहीं?
11. अपनों के लिए रविवार की छुट्टी को रिजर्व रखें, शाम का भोजन टीवी के सामने नहीं परिवार के सामने बैठकर खाएं। फुर्सत के समय मोबाइल में ना लगे रहें, साथ रहने वालों से बात करें, गपशप करें। तीन माह में एक बार बाहर परिवार के सात पार्टी मनाएं और वर्ष में कम से कम दो बार परिवार के साथ किसी लंबे टूर पर जाएं। इसी तरह से धीरे धीरे वक्त निकालें और परिवार के साथ रहें।