आज नागपंचमी (Today Nag Panchami) का पर्व मनाया जा रहा है। प्राचीन धर्मग्रंथों में उल्लेख हैं कि नागपंचमी के दिन सुबह जल्दी उठकर दैनिक कर्मों से निवृत्त होकर सबसे पहले भगवान शिव जी ध्यान करना चाहिए, इसके बाद सोने, चांदी या तांबे से निर्मित नाग-नागिन के जोड़े की प्रतिमा का पूजन करना चाहिए। यदि आप मंदिर जाकर नाग प्रतिमा का पूजन कर रहे हैं तो यह बहुत ही अच्छी बात है।
मान्यतानुसार यदि किसी जातक की कुंडली में कालसर्प दोष हो तो वह नागपंचमी के दिन शिव जी के साथ नाग देवता का पूजन करके इस दोष से मुक्ति पा सकता है। अगर आप नागपंचमी के दिन नाग प्रतिमा का पूजन कर रहे हैं तो पूरे मन से यह शुभ मंत्र अवश्य पढ़ें। यह चमत्कारिक मंत्र आपके जीवन में चल रही परेशानियों को दूर करके बहुत ही लाभदायी सिद्ध होगा। पढ़ें मंत्र
शुभ मंत्र- naagpanchami mantra
अनन्तं वासुकिं शेषं पद्मनाभं च कम्बलम्।
शंखपालं धार्तराष्ट्रं तक्षकं कालियं तथा।।
एतानि नव नामानि नागानां च महात्मनाम्।
सायंकाले पठेन्नित्यं प्रात: काले विशेषत:।
तस्मै विषभयं नास्ति सर्वत्र विजयी भवेत्।।