जम्मू कश्मीर में 3 साल में 1033 आतंकवादी हमले हुए
आतंकवाद विरोधी अभियान में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) जवानों सहित कुल 177 कर्मियों की मौत हुई। 2019 में 80, 2020 में 62 और चालू वर्ष (15 नवंबर तक) में 35 कर्मियों की मृत्यु हुई।
नई दिल्ली। सरकार ने सोमवार को कहा कि जम्मू कश्मीर में पिछले 3 साल के दौरान आतंकवादियों के हमलों की 1,033 घटनाएं हुईं और उनमें से सबसे अधिक 594 घटनाएं 2019 में दर्ज की गईं।
रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि केंद्र शासित प्रदेश में पिछले साल 244 आतंकवादी हमले हुए जबकि मौजूदा वर्ष में 15 नवंबर तक ऐसी 196 घटनाएं हुईं।
दिल्ली में हुई ऐसी एक ऐसी घटना को भी सूची में शामिल करने पर 2019 से 2021 (मध्य नवंबर तक) के बीच देश में कुल 1,034 ऐसी घटनाएं हुईं।
भट्ट ने बताया कि इस अवधि के दौरान आतंकवाद विरोधी अभियान में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) जवानों सहित कुल 177 कर्मियों की मौत हुई। उन्होंने बताया कि 2019 में 80, 2020 में 62 और चालू वर्ष (15 नवंबर तक) में 35 कर्मियों की मृत्यु हुई।
उन्होंने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि सरकार ने तटीय, अपतटीय और समुद्री सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए कई उपाय किए हैं। इनमें समुद्री सुरक्षा एजेंसियों की क्षमता में वृद्धि, तटीय और अपतटीय क्षेत्रों की तकनीकी निगरानी बढ़ाना और अंतर-एजेंसी समन्वय के लिए तंत्र की स्थापना शामिल हैं।
भट्ट ने कहा कि समुद्री सुरक्षा बढ़ाने के लिए भारतीय नौसेना के पोतों और विमानों को हिंद महासागर क्षेत्र में 'मिशन आधारित तैनाती' के तहत नियमित रूप से तैनात किया जाता है।