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Jammu Kashmir के 107 नरसंहार, 1993 से 2021 तक

हमें फॉलो करें Jammu Kashmir के 107 नरसंहार, 1993 से 2021 तक

सुरेश एस डुग्गर

, मंगलवार, 15 मार्च 2022 (13:11 IST)
द कश्मीर फाइल्स (The Kashmir Files) फिल्म के बाद एक बार फिर कश्मीर चर्चा में है। इस फिल्म के रिलीज होने के बाद कश्मीरी पंडितों के जख्म एक बार फिर हरे हो गए हैं। जम्मू-कश्मीर में आतंकियों द्वारा निर्दोष लोगों को मारे जाने का सिलसिला 1993 से शुरू हुआ, जब डोडा जिले में 17 हिन्दू यात्रियों की बस से उतारकर हत्या कर दी गई। इस तरह की घटनाएं लगातार जारी रहीं। जम्मू-कश्मीर के दिल दहला देने वाले नरसंहारों में अब तक सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। इन घटनाक्रमों में हमने सुरक्षाबलों पर हुए हमलों और मुठभेड़ों को शामिल नहीं किया है। आइए जानते हैं कश्मीर में नरसंहारों की सिलसिलेवार जानकारी.... 

1. 13-14 अगस्त 1993 : डोडा जिले के किश्तवाड़ कस्बे में सरथल-किश्तवाड़ मार्ग पर यात्री बस में से उतारकर 17 हिन्दू यात्रियों को मार डाला।
 
2. 14 मई 1995 : दोहरी भरथ में 6 हिन्दुओं की हत्या।
 
3. 5 जनवरी 1996 : डोडा जिले के किश्तवाड़ कस्बे के बरशाला में 16 हिन्दुओं की हत्या।
 
4. 12 जनवरी 1996 : डोडा जिले के भद्रवाह कस्बे में 7 हिन्दुओं की हत्या।
 
5. 6 मई 1996 : डोडा की रामबन तहसील के सुम्बर गांव में 17 हिन्दुओं की हत्या।
 
6. 7-8 जून 1996 : डोडा जिले के कमलाड़ी गांव में 9 हिन्दुओं की हत्या।
 
7. 25 जून 1996 : डोडा के सियुधार क्षेत्र में 13 लोगों की हत्या।
 
8. 7 अप्रैल 1997 : कश्मीर घाटी के संग्रामपुरा गांव में 7 कश्मीरी पंडितों की हत्या।
 
9. 15 जून 1997 : उधमपुर के गूल क्षेत्र में 3 कश्मीरी पंडितों की हत्या।
 
10. 24 सितंबर 1997 : राजौरी जिले के सवाड़ी गांव में 8 हिन्दुओं की हत्या।
 
11. 15 अक्तूबर 1997 : डोडा के कुंडधार में 6 की हत्या।
 
12. 26 जनवरी 1998 : कश्मीर के वंदहामा गांव में 23 कश्मीरी पंडितों की हत्या।
 
13. 30 जनवरी 1998 : डोडा के नवापछी गांव में 9 मुस्लिमों की हत्या।
 
14. 6 अप्रैल 1998 : डोडा के देस्सा क्षेत्र में 9 की हत्या।
 
15. 17 अप्रेल 1998 : उधमपुर के प्राणकोट व ढाकीकोट गांवों में 29 लोगों की हत्या।
 
16. 5 मई 1998 : पुंछ के सुरनकोट क्षेत्र में 5 हिन्दुओं की हत्या।
 
17. 6 मई 1998 : डोडा के देस्सा गांव में 11 सुरक्षा समिति के हिन्दू सदस्यों की हत्या।
 
18. 19 जून 1998 : डोडा के चम्पनारी में 29 हिन्दू बारातियों की हत्या। मृतकों में 3 दूल्हे भी शामिल।
 
19. 27 जुलाई 1998 : डोडा में किश्तवाड़ के छिन्ना ठकुराई व श्रवण गांवों में 20 हिन्दुओं की हत्या।
 
20. 28 जुलाई 1998 : डोडा के सरवान क्षेत्र में 8 लोगों की हत्या।
 
21. 4 अगस्त 1998 : पुंछ के बफलियाज क्षेत्र के सैलां गांव में 21 मुस्लिमों की हत्या।
 
22. 13 फरवरी 1999 : उधमपुर में 5 हिन्दुओं की सामूहिक हत्या।
 
23. 19 फरवरी 1999 : राजौरी जिले के बल-चराल गांव में 9 हिन्दू बारातियों की हत्या।
 
24. 19 फरवरी 1999 : उधमपुर जिले के मुरापट्टा गांव में 4 हिन्दुओं की हत्या।
 
25. 19 फरवरी 1999 : राजौरी में कालाकोट क्षेत्र के बनियारी में 10 हिन्दुओं की हत्या।
 
26. 28 जून 1999 : पुंछ के सूरनकोट क्षेत्र के मोड़ा बछाई गांव में 3 गुज्जर परिवारों के 17 सदस्यों की हत्या।
 
27. 29 जून 1999 : अनंतनाग के संथू गांव में 12 बिहारी श्रमिकों की हत्या।
 
28. 1 जुलाई 1999 : मेंढर के आड़ी गांव में 2 हिन्दू परिवारों के नौ सदस्यों की हत्या।
 
29. 19 जुलाई 1999 : डोडा के ठाठरी गांव में 5 हिन्दू परिवारों के 15 सदस्यों की हत्या।
 
30. 4 फरवरी 2000 : कश्मीर के तेलवानी क्षेत्र में 3 कश्मीरी पंडितों की हत्या।
 
31. 10 फरवरी 2000 : कश्मीर के पट्टन क्षेत्र में दो परिवारों के 7 सदस्यों की हत्या।
 
32. 28 फरवरी 2000 : पुंछ के मेंढर कस्बे में 5 हिन्दुओं की हत्या।
 
33. 29 फरवरी 2000 : काजीगुंड में 5 सिख ट्रक चालकों की हत्या।
 
34. 20 मार्च 2000 : कश्मीर के छत्तीसिंह पोरा में 36 सिखों की हत्या।
 
35. 1 अगस्त 2000 : पहलगाम में 32 लोगों की हत्या। इनमें 29 अमरनाथ यात्री भी शामिल।
 
36. 2 अगस्त 2000 : डोडा के बनिहाल कस्बे में पोगल में 12 हिन्दुओं की हत्या।
 
37. 2 अगस्त 2000 : डोडा के महिगाम में तीन हिन्दुओं की हत्या।
 
38. 2 अगस्त 2000 : डोडा के मरवाह क्षेत्र में 8 ग्राम सुरक्षा समिति के सदस्यों की हत्या।
 
39. 2 अगस्त 2000 : कुपवाड़ा में एक मुस्लिम परिवार के 7 सदस्यों की हत्या।
 
40. 2 अगस्त 2000 : अनंतनाग के अच्छाबल में 8 प्रवासी श्रमिकों की हत्या।
 
41. 2 अगस्त 2000 : अनंतनाग के काजीगुंड में 19 प्रवासी श्रमिकों की हत्या।
 
42. 18 अगस्त 2000 : राजौरी के कोटधारा गांव में 6 हिन्दुओं की हत्या।
 
43. 28 अगस्त 2000 : उधमपुर के गूल क्षेत्र के इंद गांव में एक ही परिवार के 4 सदस्यों की हत्या।
 
44. 29 सितंबर 2000 : पुंछ के हरनी गुंसाईं गांव में एक मुस्लिम परिवार के 6 सदस्यों की हत्या।
 
45. 12 अक्टूबर 2000 :  केयार दच्छन में ग्राम सुरक्षा समिति के 8 सदस्यों की हत्या।
 
46. 22 नवंबर 2000 : बनिहाल में राजमार्ग पर 5 हिन्दू-सिख ट्रक ड्राइवरों की हत्या।
 
47. 24 नवंबर 2000 : डोडा के किश्तवाड़ कस्बे में 5 हिन्दुओं की हत्या।
 
48. 2 दिसंबर 2000 : उधमपुर के माहौर क्षेत्र में एक ही परिवार के 4 सदस्यों की हत्या।
 
49. 19 जनवरी 2001 : राजौरी जिले के दरहाल क्षेत्र में एक ही परिवार के 3 सदस्यों की हत्या।
 
50. 3 फरवरी 2001 : श्रीनगर के महजूर नगर में 8 सिखों की हत्या।
 
51. 3 फरवरी 2001 :  राजौरी जिले के त्रेयथ गांव में एक ही परिवार के 3 सदस्यों की हत्या।
 
52. 10 फरवरी 2001 : राजौरी के बुद्धल के सलोही गांव में गुज्जरों के तीन परिवारों के 15 सदस्यों को जला कर मार डाला।
 
53. 2 मार्च 2001 : राजौरी के मंजाकोट क्षेत्र में 15 पुलिसकर्मियों व 2 डाक्टरों की हत्या।
 
54. 8 मार्च 2001 : बनिहाल के धर्मकोट में एक ही परिवार के 3 सदस्यों की हत्या।
 
55. 17 मार्च 2001 : पुंछ जिले के सुरनकोट कस्बे में 3 सिखों की हत्या।
 
56. 15 अप्रैल 2001 : उधमपुर के माहौर क्षेत्र में 5 ग्रामीणों की हत्या।
 
57. 8 मई 2001 : पुंछ के सुरनकोट कस्बे में गुज्जर परिवार के 7 सदस्यों की गला रेत कर हत्या।
 
58. 8 मई 2001 : पुंछ के दरसांगला गांव में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या।
 
59. 10 मई 2001 : किश्तवाड़ के अठोली-पाडर के सजार कस्बे में 8 हिन्दुओं की गला रेत कर हत्या।
 
60. 21 जुलाई 2001 : अमरनाथ यात्रा के पड़ावस्थल शेषनाग में 7 तीर्थयात्रियों सहित 13 की हत्या।
 
61. 21 जुलाई 2001 : डोडा जिले की किश्तवाड़ तहसील के छात्रू क्षेत्र में 5 हिन्दुओं की हत्या।
 
62. 21 जुलाई 2001 : डोडा जिले की किश्तवाड़ तहसील में वाडवान क्षेत्र में चिरजी मोहड़ा गांव में 15 हिन्दुओं की हत्या।
 
63. 4 अगस्त 2001 : डोडा जिले की किश्तवाड़ तहसील के सरूतधार क्षेत्र में 16 हिन्दुओं की हत्या।
 
64. 15 अगस्त 2001 : उधमपुर के माहौर क्षेत्र में सहार बेला गांव में नरसंहार में 3 हिन्दुओं और 2 मुस्लिमों की हत्या।
 
65. 23 अगस्त 2001 : डोडा के बनिहाल क्षेत्र में एक नरसंहार में 4 हिन्दुओं की हत्या।
 
66. 1 दिसंबर 2001 : उधमपुर के पंचैरी कस्बे में गलार गांव में ग्राम सुरक्षा समिति के 7 सदस्यों की हत्या। इनमें 5 हिन्दू तथा 2 मुस्लिम थे।
 
67. 1 जनवरी 2002 : पुंछ के मगनार गांव में एक हिन्दू परिवार के 6 सदस्यों की हत्या।
 
68. 21 जनवरी 2002 : पुंछ के मेंढर कस्बे में दो मुस्लिम परिवारों के 11 सदस्यों की हत्या।
 
69. 31 जनवरी 2002 : उधमपुर के रियासी कस्बे में 4 प्रवासी श्रमिकों की हत्या।
 
70. 17 फरवरी 2002 : राजौरी के कालाकोट क्षेत्र के निराला गांव में एक हिन्दू परिवार के 8 सदस्यों की हत्या।
 
71. 30 मार्च 2002 : जम्मू के रघुनाथ मंदिर पर हमला कर 8 हिन्दुओं को मौत के घाट उतार दिया गया।
 
72. 8 अप्रैल 2002 : उधमपुर के अरनास गांव में 7 हिन्दुओं की सामूहिक हत्या।
 
73. 10 अप्रैल 2002 : डोडा के नगरी देदा गांव में 5 मुस्लिमों की हत्या।
 
74. 14 मई 2002 : जम्मू के कालूचक में भीषण नरसंहार में 34 हिन्दुओं की हत्या।
 
75. 8 जून 2002 : उधमपुर के रियासी क्षेत्र में ग्राम सुरक्षा समिति के चार मुस्लिम सदस्यों की हत्या।
 
76. 15 जून 2002 : डोडा के किश्तवाड़ क्षेत्र में एक धार्मिक यात्रा पर हमला बोल 5 हिन्दुओं तथा 2 मुस्लिमों की हत्या।
 
77. 16 जून 2002 : उधमपुर के बडर गांव में एक ही हिन्दू परिवार के 5 सदस्यों की हत्या।
 
78. 27 जून 2002 : छोपियां में गुज्जर-बक्करवाल परिवार के 5 सदस्यों की हत्या।
 
79. 13 जुलाई 2002 : जम्मू के कासिम नगर में नरसंहार में 29 लोगों की मौत। मरने वाले सभी प्रवासी श्रमिक थे।
 
80. 6 अगस्त 2002 : नुनवान-पहलगाम में अमरनाथ श्रद्धालुओं का नरसंहार 10 मरे।
 
81. 7 अगस्त 2002 : मंजाकोट के पतरारा गांव में एक ही परिवार की 2 महिलाओं, 2 बच्चों समेत 5 लोगों की हत्या।
 
82. 24 अगस्त 2002 : राजौरी के थन्नामंडी के दूदसनबाला गांव में दो मुस्लिम परिवारों के 8 सदस्यों की हत्या।
 
83. 24 अगस्त 2002 : गंदोह व मंजोकोट में 4 मुस्लिमों की हत्या।
 
84. 24 अगस्त 2002 : राजौरी के मंजाकोट में नरसंहार में 2 मुसलमानों की हत्या।
 
85. 25 अगस्त 2002 : सुरनकोट में पुलिस कांस्टेबल के परिवार के 4 सदस्यों की हत्या।
 
86. 28 अगस्त 2002 : सुरनकोट में 2 युवा लड़कियों सहित 4 मुस्लिमों की हत्या।
 
87. 31 अगस्त 2002 : सुरनकोट के गुंथुल गांव में 2 बच्चों समेत 3 की हत्या।
 
88. 8 सितंबर 2002 : राजौरी के दूदसन गांव में 4 हिन्दुओं की हत्या।
 
89. 23 नवंबर 2002 : रघुनाथ मंदिर पर हुए दूसरे आत्मघाती हमले में कुल 14 लोग मरे। इनमें 11 नागरिक, एक सुरक्षाकर्मी व दो आतंकवादी शामिल हैं।
 
90. 20 दिसंबर 2002 : राजौरी के बटिया गांव में 3 मुस्लिम युवतियों की हत्या।
 
91. 21 दिसंबर 2002 : बारामुला के सोपोर क्षेत्र में रब्बान गांव में एक ही परिवार के 4 लोगों की हत्या।
 
92. 22 दिसंबर 2002 : पुंछ के बम्बरोट गांव में 3 बच्चों की हत्या।
 
93. 25 फरवरी 2003 : सुंदरबनी के पास रायसियोट गांव में 4 हिन्दुओं की हत्या।
 
94. 15 मार्च 2003 : उधमपुर जिले के गूल क्षेत्र में इंद पुलिस चौकी पर हमले में कुल 17 मरे। इनमें 15 पुलिसकर्मी और दो नागरिक थे।
 
95. 23 मार्च 2003 : कश्मीर के पुलवामा जिले में छोपियां के पास नाड़ीमर्ग गांव में आतंकवादियों ने 24 कश्मीरी पंडितों की हत्या की।
 
96. 19 मई 2003 : राजौरी के कोटधारा के चौकियां गांव में 2 बच्चों और 4 महिलाओं की गला रेत कर हत्या।
 
97. 26 मई 2003 : राजौरी के कोटरांका के सेरी ख्वाजा गांव में वीडीसी सदस्य के परिवार के 5 लोगों की हत्या। इनमें तीन बच्चे भी थे।
 
98. 26 जून 2004 : पुंछ के सुरनकेाट के कटा गांव में 3 बच्चों समेत 12 की हत्या।
 
99. 19 जुलाई 2005 : उधमपुर के माहौर इलाके के डुंगी बहक में 6 लोगों की हत्या।
 
100. 12 अगस्त 2005 : उधमपुर के माहौर में छाजरू गांव में 5 की हत्या।
 
101. 9 सितंबर 2005 : उधमपुर के दरमाड़ी में 3 परिवारों के 6 लोगों की हत्या।
 
102. 10 अक्टूबर 2005 : राजौरी के बुद्धल के धारा और गब्बर गांवों में 4 परिवारों के 10 सदस्यों की हत्या।
 
103. 9 अप्रैल 2006 : उधमपुर के चलाड गांव में एक ही परिवार के 3 लोगों की हत्या।
 
104. 30 अप्रैल 2006 : उधमपुर के बसंतगढ़ में 7 हिन्दुओं और डोडा के कुलहान इलाके में 22 हिन्दुओं की हत्या।
 
105 : 29 अक्टूबर 2019 : कुलगाम में 5 गैर कश्मीरी मजदूरों की हत्या। सभी पश्चिम बंगाल के रहने वाले थे।
 
106. 29 अक्टूबर 2019 : 5 प्रवासी नागरिकों की कुलगाम में हत्या की गई थी।
 
107. 17 अक्टूबर 2021 : कुलगाम में 2 प्रवासी नागरिकों की एक ही घर में घुसकर हत्या।

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