जम्मू। कश्मीर में सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन क्लीन में 33 आतंकियों को मार गिराया है। इनमें हिजबुल मुजाहिदीन का डिवीजनल कमांडर निसार खांडे भी शामिल है, जिसे पहलगाम और उसके साथ सटे इलाकों में तीर्थयात्रा हमले की साजिश को अंजाम देने का जिम्मा उसके आकाओं ने सौंपा था। इस दौरान 18 आतंकियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से भारी मात्रा में हथियार व गोला-बारूद भी बरामद किया गया है।
पहली जून से 30 जून तक इस अभियान में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में 19 मुठभेड़ें हुई हैं, जिनमें 33 आतंकी मारे गए हैं। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि इस अभियान की शुरुआत में ही सुरक्षाबलों को सबसे बड़ी सफलता तीन जून को मिली थी जब अनंतनाग के रेशीपोरा इलाके में हिजब कमांडर निसार खान मारा गया।
संबधित सूत्रों ने बताया कि ऑपरेशन क्लीन में सुरक्षाबलों ने इलेक्ट्रानिक सर्वेलांस के अलावा अपने ऑन ग्राउंड ह्यूमन इंटेलीजेंस नेटवर्क को पूरी तरह सक्रिय रखा हुआ है और आतंकियों को देखे जाने के तुरंत बाद संबंधित इलाकों में सुरक्षाबलों की घेराबंदी शुरू हो जाती है।
जानकारी के लिए मई महीने में भी 27 को मार दिया गया था। इस तरह इस साल अब तक 126 आतंकियों का सफाया किया गया है, जबकि इन मौतों के बावजूद पाकिस्तान उस पार से आतंकियों को धकेलने को उतावला है। दावा यह किया जा रहा है कि उस पार 300 से 400 आतंकी घुसपैठ को तैयार बैठे हैं।
सुरक्षाबलों ने कश्मीर में इस वर्ष अब तक 126 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया है। मारे गए आतंकियों में 93 स्थानीय और 33 विदेशी हैं। इनमें सबसे ज्यादा 63 आतंकी लश्कर ए तैयबा और उसका हिट स्क्वॉड कहे जाने वाले द रजिस्टेंस फ्रंट टीआरएफ से जुड़े हुए थे।
इस दौरान करीब 40 आतंकियों के अलावा 350 के करीब ओवरग्राउंड वर्कर भी पकड़े गए हैं। हालांकि यह संख्या वर्ष 2021 में इसी समयावधि के दौरान मारे गए आतंकियों की संख्या से दोगुनी है। सुरक्षाबलों ने इसी अवधि में 2021 में 49 स्थानीय और 1 विदेशी आतंकी सहित 50 आतंकियों को मार गिराया था।