जम्मू। कश्मीर में इस महीने अभी तक 30 आतंकियों को ढेर कर दिया गया है। मई महीने में भी 27 को मार दिया गया था। इस तरह से इस साल अभी तक 123 को आतंकियों ढेर किया गया है, जबकि इन मौतों के बावजूद पाकिस्तान उस पार से आतंकियों को धकेलने को उतावला है। दावा यह किया जा रहा है कि उस पार 300 से 400 आतंकी घुसपैठ को तैयार बैठे हैं। जम्मू-कश्मीर से आतंकियों का पूरी तरह से सफाया करने के लिए सेना का ऑपरेशल ऑल आउट और ऑपरेशन क्लीन जारी है।
घाटी में सेना एक के बाद एक आतंकियों को मार गिरा रही है। ताजा जानकारी के मुताबिक सेना ने इस साल जनवरी से लेकर अब तक कश्मीर में 123 आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया है, इसमें 36 विदेशी आतंकी भी शामिल हैं। जम्मू-कश्मीर में 15 जून से अब तक 14 आतंकियों को ढेर किया जा चुका है।
कश्मीर घाटी में कश्मीरी हिंदू को लेकर टारगेट किलिंग की घटनाएं बढ़ने के बाद से सेना के ऑपरेशन ऑल आउट और ऑपरेशन क्लीन में भी तेजी आई है। सेना के इन विशेष ऑपरेशनों से आतंकी लगातार हताशा के दौर में हैं। बावजूद इसके पाकिस्तान आतंकी साजिश रचने से बाज नहीं आ रहा है।
सेना ने छह महीनों के भीतर 123 आतंकियों को मार गिराया है। जिनमें से 77 आतंकी लश्कर-ए-तैयबा से संबंधित थे। वहीं सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए 26 आतंकी जैश-ए-मोहम्मद के सदस्य थे। अकेले जून के महीने में सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर में अब तक 30 आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया है।
वहीं मई के महीने में 27 आतंकी सुरक्षाबलों के साथ एनकाउंटर में ढेर हुए थे। पिछले साल यानी 2021 में जून तक 55 आतंकियों को सेना ने मुठभेड़ में मार गिराया था, जिसमें 2 विदेशी आतंकी भी शामिल थे, जबकि पिछले साल केवल जून के महीने में 12 आतंकियों का ही एनकाउंटर हुआ था।
इन सबके बावजूद उस पार से आतंकियों को इस ओर धकेलने की तैयारियां तेज हैं। लांचिंग पैड्स पर बड़ी संख्या में आतंकी एकजुट होने लगे हैं। खुफिया एजेंसियों को मिली जानकारी के अनुसार इन आतंकियों की संख्या 300 से 400 के बीच है। यह सब कश्मीर घाटी में घुसने की फिराक में हैं।
सबसे ज्यादा आतंकी मच्छेल सेक्टर के सामने एकत्र किए गए हैं। वर्ष 2008 से अब तक इस सेक्टर में एलओसी के करीब 350 से ज्यादा आतंकी मारे जा चुके हैं और सेना के भी 80 के करीब जवान शहीद हुए हैं। करीब 814 किलोमीटर लंबी एलओसी में से 25 किमी का हिस्सा मच्छेल सेक्टर में पड़ता है। यहां पिछले 15 सालों में 1500 से ज्यादा घुसपैठ के प्रयास हुए हैं और अब एक बार फिर से यहां से घुसपैठ का खतरा बढ़ गया है।
सेना के मुताबिक, पिछले 6 महीनों में पाकिस्तान के विभिन्न सेक्टरों से 80-90 आतंकी घुसपैठ करने में कामयाब हुए हैं। इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पिछले छह महीनों में घाटी में हुई मुठभेड़ों में 123 आतंकी मारे गए जिनमें से 36 विदेशी थे।