नई दिल्ली। पेगासस जासूसी मामले पर चर्चा की मांग कर रहे विपक्षी दलों के हंगामे के कारण संसद में बने गतिरोध के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा बुलाई गई बैठक में 15 नेता पहुंचे। बैठक के बाद विपक्ष के नेता तेल के बढ़ते दामों के खिलाफ साइकिल से संसद तक मार्च कर रहे हैं।
राहुल ने विपक्ष के नेताओं के साथ मिलकर सरकार को घेरने और दबाव बनाने की रणनीति पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई है। बैठक में द्रमुक, शिवसेना, राजद, वाम दलों, तृणमूल कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों के नेता शामिल हुए। इस बैठक में बसपा और आप को छोड़कर लगभग सभी पार्टियों के नेता शामिल हुए।
बैठक में राहुल गांधी के अलावा राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, तृणमूल कांग्रेस के नेता कल्याण बनर्जी, शिवसेना के नेता संजय राउत, राजद के मनोज झा और कई अन्य दलों के नेता शामिल हुए।
कांग्रेस नेता ने विपक्षी नेताओं के साथ नाश्ते पर ऐसे समय बैठक की है जब पेगासस और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर पिछले कई दिनों से संसद के दोनों सदनों में गतिरोध बना हुआ है। 19 जुलाई से मॉनसून सत्र आरंभ हुआ था। लेकिन, अब तक दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित रही है।
चार मुद्दों पर टकराव : सरकार और विपक्ष के बीच इस समय 4 बड़े मामलों पर टकराव चल रहा है। पेगासस मामला, महंगाई, किसान आंदोलन और कोरोना वायरस पर टकराव के चलते संसद में मानसून सत्र में कोई काम नहीं हो सका है।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दिल्ली दौरे के बाद से ही विपक्ष पहले से ज्यादा एकजुट नजर आ रहा है। ममता ने दिल्ली में सोनिया गांधी और राहुल गांधी समेत विपक्ष के कई दिग्गजों से मुलाकात की थी।