नई दिल्ली/श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में आतंकियों द्वारा मजदूरों की हत्या के बाद देशभर में गुस्सा है। अक्टूबर महीने में करीब 11 बेगुनाहों की हत्या आतंकियों ने कर दी है। गैर कश्मीरियों पर हमले पर सियायत शुरू हो गई है। हमले के बाद कश्मीर में रह रहे मजदूरों में खौफ है है और पलायन कर रहे हैं। विपक्षी नेताओं ने हमलों को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।
जीतन राम मांझी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपील करते हुए ट्वीट किया है कि वे कश्मीर को बिहारियों को सौंप दें। 23 अक्टूबर को गृह मंत्री अमित शाह कश्मीर जाने वाले हैं।
खबरों के मुताबिक कश्मीर मामले पर गृह मंत्रालय प्रशासन से रोजाना रिपोर्ट ले रहा है। लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कश्मीर में रोजी रोजगार के लिए बिहार से जाने वाले प्रवासी बिहारियों की सुरक्षा के इंतजामों के प्रबंध के लिए जम्मू-कश्मीर के महामहिम उप-राज्यपाल को पत्र लिखा।
साध ही उन्होंने नीतिश सरकार पर भी निशाना साधा है। नीतीश सरकार ने कल इस आतंकी हमले में मृत राजा ऋषिदेव और योगेन्द्र ऋषिदेव के निकटतम आश्रित को मुख्यमंत्री राहत कोष से दो-दो लाख रुपए देने की घोषणा की है।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कश्मीर में मारे गए बिहारियों के आश्रितों को सरकारी नौकरी एवं एक-एक करोड़ रुपये देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सरकार की नाकामी की वजह से पिछले 16 वर्षों में बिहार से पलायन हो रहा है। लोग रोजी-रोटी के चक्कर में दूसरे प्रदेश जा रहे हैं। सरकार को पलायन नहीं रोक पाने के लिए माफी मांगनी चाहिए।