द्वारका जिले में बारिश ने तोड़ा 30 साल का रिकॉर्ड, सिर्फ 5 दिन में 50 इंच बारिश
द्वारका जिले में पानी में फंसे 23 लोगों को बचाया और सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया
Dwarka receives 50 inches of rain in 5 days: मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल (Bhupendra Patel) ने सौराष्ट्र के तटीय जिलों में भारी बारिश (Heavy rain) के कारण उत्पन्न स्थिति का प्रत्यक्ष जायजा लेने के लिए प्रभावित जिलों विशेषकर जामनगर और द्वारका जिलों के गांवों का हवाई निरीक्षण किया।
देवभूमि द्वारका, जामनगर, पोरबंदर समेत सौराष्ट्र के तटीय जिलों में भारी बारिश के कारण निचले इलाकों में बाढ़ के कारण लोगों का जीवन प्रभावित होने के कारण मुख्यमंत्री ने देवभूमि द्वारका की तटीय पट्टी और प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। मुख्यमंत्री ने द्वारका, कल्याणपुर समेत अन्य इलाकों का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशासन प्राकृतिक आपदाओं में बचाव और राहत सहित कार्यों में टेक्नॉलॉजी का उपयोग करके जान-माल के नुकसान को कम करने में सजग है।
मुख्यमंत्री ने द्वारका, कल्याणपुर सहित भारी बारिश वाले क्षेत्रों में एक्शन लेकर यह सुनिश्चित करने के लिए सुझाव दिए कि राज्य सरकार प्रभावितों के साथ है ताकि आने वाले दिनों में संपत्ति का और अधिक नुकसान न हो। उन्होंने संबंधित विभागों को इन क्षेत्रों में पानी कम होते ही आवश्यक सर्वेक्षण करने का भी निर्देश दिया।
31 इंच औसत के मुकाबले 50 इंच बारिश हुई: कलेक्टर जी.टी. पंड्या ने पूरी स्थिति की जानकारी देते हुए बताया कि देवभूमि द्वारका जिले में पिछले 30 वर्षों से औसत वर्षा 769 मिमी यानी 31 इंच है जबकि पिछले 5-6 दिनों में औसत वर्षा 31 इंच के मुकाबले 980 मिमी यानी 50 इंच हो गई है।
लगातार बारिश के बावजूद अग्रिम योजना और त्वरित कार्रवाई के कारण पानी में फंसे 23 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। प्रभावितों के आश्रयगृहों में भोजन एवं स्वास्थ्य सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि जिले में जहां-जहां सड़क एवं परिवहन सेवाएं प्रभावित हुई हैं, वहां प्राथमिकता के आधार पर मरम्मत कार्य कराएं।
Edited by: Ravindra Gupta