Army vehicle fell in Ladakh : चीन सीमा से सटे लद्दाख के न्योमा में सेना का एक वाहन गहरी खाई में गिरने से 9 जवानों की मौत हो गई है और दर्जन के करीब जख्मी हैं। भारतीय सेना का वाहन लेह से न्योमा की तरफ जा रहा था। क्यारी से 6 किलोमीटर पहले हादसा हुआ है।
पिछले साल भी 27 मई को लद्दाख के तुतुर्क इलाके में श्योक नदी में सेना के जवानों को ले रहा वाहन गिर जाने से 8 जवानों की मौके पर ही मौत हो गई थी और 19 जख्मी हो गए थे। तब सेना के साथ जुड़ा जो वाहन नदी में गिरा था उसे चलाने वाला कश्मीरी ड्राइवर हादसे से पहले कूद गया था और उसके विरुद्ध मामला अभी भी चल रहा है, तब इसे ड्राइवर जेहाद का नाम दिया गया था।
सेना प्रवक्ता से मिली जानकारी के अनुसार, भारतीय सेना का वाहन लेह से न्योमा की तरफ जा रहा था। क्यारी से छह किलोमीटर पहले हादसा हुआ है। ट्रक गहरी खाई में जा गिरा। हादसा शाम 5.45 बजे हुआ। इस हादसे में 9 जवानों की मौत हो गई।
सेना के अधिकारियों ने बताया कि यह दुर्घटना शनिवार शाम दक्षिणी लद्दाख में हुई। उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर बचाव अभियान चल रहा है। मरने वालों में से एक जेसीओ और आठ जवान हैं। एक जवान घायल है। प्रवक्ता ने बताया कि पांच गाड़ियों का काफिला था जिनमें से एक अशोक लेलैंड दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दुर्घटना लेह से करीब 150 किमी दूर क्यारी इलाके में हुई। यह जगह न्योमा के पास है जो चीन से लगी सीमा के करीब है।
जानकारी के लिए, पिछले साल 27 मई को लद्दाख के ही तुर्तुक इलाके में जिस सैन्य बस हादसे में 8 सैनिक मारे गए थे वह बस सेना के साथ लगी हुई थी। उस बस को स्थानीय ड्राइवर अहमद शाह ही चला रहा था। हादसे के दिन यह स्पष्ट नहीं हो पाया था कि ड्राइवर भी हादसे का शिकार हुआ या बचकर भाग निकला।
काफी तलाशी के बाद भी दुर्घटनास्थल पर उसका कुछ पता नहीं चला था। बाद में पता चला कि बस के बेकाबू होते ही उसने कूदकर अपनी जान बचा ली थी। इसलिए उस पर केस दर्ज कराया गया था जो अभी भी चल रहा है। इसे तब ड्राइवर जेहाद का नाम भी दिया गया था।