AAP सांसद संजय सिंह और अन्य पार्टी नेताओं ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सीबीआई द्वारा गिरफ्तारी और एजेंसियों के दुरुपयोग के खिलाफ संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर संजय सिंह ने कहा कि जब उनकी जमानत सुप्रीम कोर्ट से मंजूर होनी थी, जब सुप्रीम कोर्ट से उनकी रिहाई की पूरी संभावना थी, उस समय केजरीवाल जी को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने कहा कि लगता है कि ये तानाशाही का बहुत बड़ा उदाहरण है और प्रधानमंत्री को जांच एजेंसियों के दुरुपयोग पर बोलना चाहिए, इस पर रोक लगनी चाहिए और अरविंद केजरीवाल को रिहा किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आज हम इसी मांग को लेकर यहां इकट्ठे हुए हैं, हम अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं और हम राष्ट्रपति जी का पूरा सम्मान करते हैं। लेकिन राष्ट्रपति जी का भाषण सरकार द्वारा लिखा गया भाषण होता है, उस सरकारी भाषण में वो लोकतंत्र की बड़ी-बड़ी बातें कहेंगी, सरकारी भाषण में वो संविधान की बड़ी-बड़ी बातें कहेंगी, लेकिन जमीनी हकीकत ये है कि पूरे देश में भारत के संविधान और लोकतंत्र को कुचला जा रहा है।
इस बीच पंजाब के मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में केजरीवाल की तस्वीर भी साझा की है। उन्होंने कहा कि ये तस्वीर तानाशाही के खिलाफ संघर्ष की है। अरविंद केजरीवाल झुकेंगे नहीं जितना मर्जी अत्याचार आप करें। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की अदालत से जमानत के बाद भाजपा के इशारे पर सीबीआई की गिरफ्तारी सीबीआई का खुला दुरुपयोग है।
केजरीवाल को बुधवार को गिरफ्तार किए जाने के बाद दिल्ली की एक अदालत ने जांच एजेंसी की ओर से दायर अर्जी पर दलीलें सुनने के बाद उन्हें तीन दिन की सीबीआई की हिरासत में भेज दिया गया। सुनवाई के दौरान आप नेता ने खुद के बेकसूर बताया था।
आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि भाजपा के इशारे पर केंद्रीय जांच एजेंसियां पार्टी के नेताओं के खिलाफ शत्रुता और राजनीतिक द्वेष की भावना से काम कर रही हैं। 2 साल में CBI को कभी भी केजरीवाल जी को गिरफ्तार करने की याद नहीं आई। लेकिन जब उन्हें जमानत मिलने की संभावना थी तब अचानक से CBI ने गिरफ्तार कर लिया।
Edited by : Nrapendra Gupta