कोयंबटूर। CDS जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य मृतकों का पार्थिव शरीर ले जा रही एंबुलेंसों में से एक का गुरुवार को एक्सिडेंट हो गया है।
आज सुबह ही मृतकों का पार्थिव शरीर वेलिंगटन से मद्रास रेजिमेंटल सेंटर लाया गया था। यहां से जब इनके पार्थिव शरीरों को सुलूर एयरबेस ले जाया जा रहा था कि तभी काफिले में शामिल एक एंबुलेंस का संतुलन बिगड़ गया और वह अनियंत्रित होकर पहाड़ी से टकरा गई। बताया जा रहा है कि कुछ पुलिसवालों को चोट आई है।
भारतीय तिरंगे में लिपटे ताबूतों में पार्थिव शरीर सेना के सुसज्जित ट्रकों में वेलिंगटन में मद्रास रेजीमेंटल सेंटर ले जाए गए। वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों, तमिलनाडु के मंत्रियों और पूर्व सैनिकों ने उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।
पार्थिव शरीर बाद में सड़क मार्ग से करीब 70 किलोमीटर दूर कोयंबटूर ले जाए गए, जहां से उन्हें भारतीय वायु सेना के एक विशेष विमान में नई दिल्ली ले जाया जाएगा।
हादसे में केवल वायु सेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही जीवित बचे हैं। वह प्रतिष्ठित डीएसएससी में निदेशक हैं और उन्होंने सुलुर हवाई अड्डे पर जनरल रावत की अगवानी की थी जहां से वे हेलीकॉप्टर से वेलिंगटन रवाना हुए। वरुण सिंह वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में जीवन रक्षक प्रणाली पर हैं और उन्हें बचाने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।