भारतीय वायुसेना ने मंगलवार को इतिहास रच दिया। अत्याधुनिक मालवाहक विमान C-130J सुपर हरक्यूलिस के आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर उतरने के साथ ही टचडाउन अभ्यास शुरू हो गया। अभ्यास की शुरुआत में सबसे पहले हरक्यूलिस C130J लैंड किया गया। इसके बाद सुखोई, मिराज, जगुआर ने अपना शक्ति प्रदर्शन किया। आपात परिस्थितियों में अपनी क्षमता परखने के लिए की गई ऑपरेशनल रिहर्सल में जांबाजों ने वह कर दिखाया, जो आसान नहीं था। पहली बार 45 मीटर चौड़ाई के सुरक्षा मानक की जहग आगरा- लखनऊ ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे की महज 33 मीटर चौड़ी एयरस्ट्रिप पर सी- 130 हरक्यूलिस ग्लोबमास्टर को उतार दिया।
ऐसा है हरक्यूलिस विमान
-
2010 में वायुसेना में शामिल
-
200 कमांडो ले जाने की क्षमता
-
900 करोड़ की कीमत
-
35 हजार किलो वजन
-
645 किमी/घंटा अधिकतम गति
-
19958 किग्रा वजन क्षमता
ये विमान हुए शामिल : तीन जगुआर, पांच सुखोई, छ: मिराज और दो सी-130 हरक्यूलिस ग्लोबमास्टर आए थे। हालांकि एक ही ग्लोबमास्टर ने लैंडिंग की।