नई दिल्ली। भारतीय वायु सेना का एक सैन्य परिवहन विमान सी-130जे दक्षिण कुवैत के मंगाफ में आग की भयावह घटना में मारे गए 45 लोगों के शव लेकर शुक्रवार की सुबह कोच्चि पहुंचा। विमान के कोच्चि एयरपोर्ट पर पहुंचते ही यहां मातम छा गया। जिसने भी इस दृश्य को देखा उसकी आंखें भीग गई।
कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नेदुम्बस्सेरी में स्थित एक टर्मिनल के बाहर करीब 35 एम्बुलेंस और पुलिस वाहन कतार में खड़े हैं और पास ही में उनके परिजन भी नम आंखें लिए इंतजार कर रहे हैं। एयरपोर्ट पर हर आंख नम है। चारों तरफ चीख पुकार मची हुई है।
कुवैत में भारतीय दूतावास के अनुसार, आग की घटना में मारे गए 45 भारतीयों में से केरल के 23, तमिलनाडु के 7, आंध्र प्रदेश और उत्तर प्रदेश के 3-3, ओडिशा के 2 और बिहार, पंजाब, कर्नाटक, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, झारखंड तथा हरियाणा के एक-एक नागरिक हैं।
केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी ने कहा कि यह त्रासदी इतनी बड़ी और प्रभावशाली है कि यह प्रवासी समुदाय पर एक आघात है, जिसने केरल की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने में मदद की। राज्य और देश प्रवासी समुदाय के प्रति बहुत सम्मान रखते हैं और यह बहुत दर्दनाक है।
उन्होंने कहा कि भारत अपनी भूमिका बहुत अच्छी तरह से निभाएगा क्योंकि हमें खबर मिलते ही कार्रवाई शुरू कर दी थी। भारत सरकार उचित कार्रवाई और निर्णय लेगी और बहुत उचित राहत प्रदान करेगी। उन्हें भारत वापस लाया जाएगा और उनके पुनर्वास का भी ध्यान रखा जाएगा... यह भारत सरकार और राज्य सरकार का भी कर्तव्य है।
कुवैत के गृह मंत्री शेख फहाद अल-यूसुफ अल-सबाह ने आग की घटना की जांच के आदेश दिए हैं और अग्निकांड का शिकार हुई अल-मंगाफ इमारत के मालिक को गिरफ्तार करने का आदेश जारी किया है।
Edited by : Nrapendra Gupta